
*हत्यारोपियों ने युवक की गला घोटकर हत्या कर शव सुमन नगर नहर में फैंका
*रिहाई के बदले हत्यारोपियों द्वारा जीजा से की जा रही थी 25 लाख की डिमांड
*हत्यारोपियों ने हत्या की योजना यू-ट्यूब पर क्राईम पैट्रोल देखकर बनाई
*शव ठिकाने लगाने में इस्तेमाल बाइक, ई-रिक्शा, मृतक का मोबाइल, बोरा बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। होटल संचालक के बेटे के अपहरण के बाद हत्या का खुलासा कलियर पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने करते हुए टेलर समेत दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा हैं कि हत्यारोपियों द्वारा मृतक के जीजा को फोन कर युवक की रिहाई के बदले 25 लाख की डिमांड की जा रही थी। पुलिस टीम ने हत्यारोपियों की निशानदेही से हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल बाइक, ई रिक्शा, मृतका का मोबाइल और प्लास्टिक का कट्टा बरामद किया है। हत्यारोपियों ने युवक के अपहरण करने तथा उसकी हत्या करने की पूरी योजना यू-ट्यूब पर क्राईम पैट्रोल देखकर बनाई थी। इस बात की जानकारी एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मंगलवार को कोतवाली रूड़की में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि बेड़पुर कलियर निवासी होटल संचालक नसीर ने 07 सितम्बर को थाना कलियर में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि 06 सितम्बर की देर रात उनके दामाद के मोबाईल पर उनके बेटे के मोबाईल फोन से अज्ञात अपहरणकर्ता ने कॉल करते हुए उसके बेटे अनवर की अपहरण की जानकारी देते हुए जान सलामती के लिए 25 लाख रूपये की फिरौती की मांग की है। पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तहरीर के आधार पर अज्ञात अपहरणकर्त्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आलाधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया।
एसएसपी ने बताया कि फिरौती के लिए अपहरण की घटना को गम्भीरता से लेते हुए उनके द्वारा कलियर पुलिस और सीआईयू रूडकी की संयुक्त टीम गठित करते हुए अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे। पुलिस टीम ने अपहरण मामले की गहराई से जांच शुरू की तो डिजिटल एविडेंस के माध्यम से पुलिस टीम को प्रारंभिक सुरागों के आधार पर होटल संचालक नसीर के यहां पिछले 07 सालों से बतौर टेलर काम कर रहे किराएदार अमजद पुत्र सफीक निवासी मुकर्बपुर थाना कलियर हरिद्वार और इसके दोस्त फरमान उर्फ लालू पुत्र यामीन निवासी मुस्तफाबाद थाना बहादराबादू अपहरण मामले में संदिग्ध लगे। जिनको हिरासत में लेकर पुलिस टीम ने पूछताछ की गई। लेकिन शुरूआत में दोनों ने अपहरण मामले में अनभिज्ञता प्रकट की।
श्री डोबाल ने बताया कि पुलिस टीम ने जब दोनों से सख्ती बरती तो उन्होंने घटना से पर्दा उठाते हुए सच्चाई उगल दी। पूछताछ के दौरान अमजद और फरमान ने पैसे के लालच में आकर यू-ट्यूब में क्राईम पैट्रोल देखकर पहले अपहरण करने और पुलिस से बचने के तरीके सीखे और फिर मोटी रकम हाथ लगने की उम्मीद में होटल व्यवसायी के बेटे का अपहरण करने की घटना को स्वीकार किया। दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अनवर को 06 सितम्बर की शाम को अपनी दुकान में बुलाया और वही उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर दिया।
कप्तान ने बताया कि अनवर का शव ठिकाने लगाने के लिए फरमान बाइक की टंकी पर रख कर अकेले निकल पड़ा। धनौरी रोड़ तक पहुंचने पर जब बाइक का टायर पंचर हो गया तो फरमान के फोन पर मदद मांगने पर अमजद ई-रिक्शा लेकर वहां पहुंचा और फिर दोनों ने ई-रिक्शा की मदद से ले जाकर लाश को सुमन नगर के पास नहर में फैंक दिया। जिसके बाद दोनों कलियर पहुंचे और कुछ देर मेला घुमने के बाद अमजद ने घर लौटते वक्त मृतक का मोबाईल से उसके जीजा को कॉल कर फिरौती की रकम देने को कहा और फिर मोबाइल स्वीच ऑफ कर दिया।
उन्होंने बताया कि अगले दिन फिर अमजद ने मृतक के जीजा को अलग-अलग जगहों पर फिरौती की रकम देने के लिए बुलाया पर उसके न आने पर आरोपी मोबाइल फोन बन्द कर अपने घर लौट गया। पुलिस टीम ने उनकी निशानदेही से युवक की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल बाइक, ई-रिक्शा, मृतक का मोबाईल फोन और शव ले जाने के लिए प्रयुक्त बोरा बरामद कर लिया। पुलिस ने हत्यारोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।