
♦जगजीतपुर में अक्सर दिन या फिर रात रिहायसी इलाकों में पहुंच रहे हाथी
♦स्थानीय नागरिकों ने की पुलिस से शरारती युवकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग
नवीन पांडे
हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्रार्न्गत जगजीतपुर के राजगार्डन में हाथियों के झुण्ड का आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन कुछ शरारती लोगों की गलती का खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ सकता है। शरारतीय लोगों के उकसाने पर हाथी कभी भी क्रोधित होकर कोई भारी उत्पात मचा सकते है। इसी बात को लेकर स्थानीय लोग खौफजदा हैं।
ऐसा ही कुछ जगजीतपुर क्षेत्र की कॉलोनियों में शनिवार की रात को देखने को मिला। स्थानीय नागरिकों का कहना हैं कि हाथियों का झुण्ड राजागार्डन में आया तो कुछ शरारती बाइक सवारों ने हाथियों का पीछा कर उनको छेडते हुए उकसाने का काम किया गया। गनीमत यह रही कि हाथियों का झुण्ड शांत स्वाभाव के चलते वहां से चला गया। लेकिन शरारतीय युवको की इस हरकत को देखते हुए स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल हैं।
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने पुलिस से हाथियों के झुंड का पीछा कर उनको उकसाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। स्थानीय लोगों की मांग है कि जब भी हाथियों का झुंड जगजीतपुर की रिहायसी कॉलोनियों समेत सडकों पर निकलता है तो उसके पीछे पुलिस या फिर वन विभाग के कर्मचारी अवश्य हों। बताया जा रहा है कि जिस कालोनी से हाथियों का झुंड गंुजरता है, उधर लोगों के अनेक वाहन खडे़ रहते है। जिससे स्थानीय लोगों में हाथियो को उकसाने वाले लोगों के प्रति भी भारी गुस्सा दिखाई दिया जो हाथियों के झुण्ड का दोपहिया वाहनों से पीछा कर उनको दौड़ाते हुए उकसाने का काम कर रहे है।
बता दें कि शनिवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे महेन्द्र विहार, गंगा विहार व राजागार्डन इन्क्लेव के आसपास अफरा-तफरी देखी गयी। हाथियों के झुंड के तीतर-बीतर हो जाने के बाद ना ही कोई पुलिस वाला दिखाई दिया और न ही कोई वन विभाग कर्मचारी। प्रशासन हाथियों के आवागमन पर अंकुश तो नहीं लगा पा रहा है, लेकिन उन लोगों पर तो अंकुश लगा सकता है, जो दुपहिया वाहनों से हाथियों का पीछा कर उनको उकसाने का काम कर रहे है। यदि शरारती युवकों के कारण हाथी का झुंड उत्तेजित होकर किसी भी कॉलोनी के मकानों व वाहनों को नुकसान पहुंचाते हैं तो उनकी समस्त जिम्मेदारी उन्हीें लोगों की होगी जो हाथियों को दौड़ा कर उनको उकसाने का काम कर रहे है।