एमआरआई मशीन उद्घाटन की बागडोर थी भाजपा नेताओं के हाथ
सीएमओ हरिद्वार को मंच पर नहीं मिली जगह, खडे होकर करायी उपस्थिति दर्ज
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। भाजपा पदाधिकारियों में सत्ता की हनक अब सरकारी कार्यक्रमों में भी दिखने लगी है। सरकारी कार्यक्रम के प्रोटोकाल को भूल कर कार्यक्रम अपने हाथों में लेने का मामला प्रकाश में आया है, मौका था मेला अस्पताल में शनिवार को एमआरआई मशीन के उद्घाटन समारोह का, जोकि पूरी तरह सरकारी कार्यक्रम था। लेकिन भाजपा पदाधिकारियों ने सरकारी कार्यक्रम को भाजपाई बना डाला।
इतना नहीं सरकारी कार्यक्रम में जनपद हरिद्वार के सीएमओ को बैठने के लिए मंच पर जगह तक नहीं मिली। मंच पर मौजूद सभी सीटों पर भाजपाई नेता विराजमान रहे। इस कार्यक्रम के दौरान सीएमओ ने सामान्य व्यक्ति की तरह खडे होकर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। जिसको लेकर चिकित्सकों, स्टाॅफ सहित स्वास्थ्य यूनियनों में अंदर खाने रोष है। लेकिन खुलकर कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। जिनकी मजबूरी भी उनके चेहरे पर स्वास्थ्य मंत्री के खफा होने का डर साफ झलक रहा है।
बताते चले कि शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत द्वारा मेला अस्पताल पहुंचकर स्थापित एमआरआई मशीन का उद्घाटन किया गया। जोकि पूरी तरह सरकारी कार्यक्रम था, लेकिन इस सरकारी कार्यक्रम को भाजपा पदाधिकारियों ने इसको भाजपाई बनाकर रख दिया। इस कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी ने किया गया। बताया जा रहा हैं कि इतना ही नहीं मंच पर रखी गयी सभी कुर्सियों पर भाजपा के पदाधिकारी विराजमान रहे। जनपद हरिद्वार के सीएमओ डाॅ. खगेन्द्र कुमार को मंच पर बैठने के लिए जगह तक नहीं मिली। जिनको मंच के बगल में खड़ा होकर सामान्य व्यक्ति की तरह अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। भाजपा पदाधिकारियों ने इस मौके पर इंसानियत भी नहीं दिखाई।
बताया जा रहा हैं कि सीएमओ डाॅ. खगेन्द्र कुमार जिनका पैर का आपरेशन हुआ हैं और वह छडी के सहारे चलते फिरते है। इस नाते भी उनको बैठने के लिए नहीं कहा गया। इस कार्यक्रम पर मौजूद हर शख्स हैरान दिखा, कि स्वास्थ्य विभाग का सरकारी कार्यक्रम होने के बावजूद एमआरआई मशीन उद्घाटन की बागडोर भाजपाई सम्भाले नजर आये। इस कार्यक्रम को लेकर चिकित्सक, स्टाॅफ समेत स्वास्थ्य यूनियनों ने रोष देखा जा रहा है। लेकिन मीडिया के सामने कुछ बोलने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे है। उनकी मजबूरी भी साफ उनके चेहरे पर झलकती देखी जा रही हैं कि अगर उन्होंने कार्यक्रम के सम्बंध् में कुछ बोला तो स्वास्थ्य मंत्री खफा हो जाएगे और उनको इस का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, इसलिए उन्होंने चुप्पी साध् ली है।
