
आरोपी बीटेक का छात्रा, नौकरी की कर हा था तलाश
युवक को दरोगा बनने का शौक ने सलाखों के पीछे धकेला
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। लाॅकडाउन के दौरान ज्वालापुर पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्रतार किया है। जोकि बाइक पर सवार होकर लोगों को लाॅकउाउन का पाठ पढाते हुए पेटोलिंग कर रहा था। जिसके हरकतों को देखकर तैनात पुलिस कर्मियों को शक होने पर पूछताछ के दौरान उसकी पोल खुल गयी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्रतार कर लिया और उसके पास से पुलिस की वर्दी, बाइक, नकली पिस्टल और प्लास्टिक का वायरलेेस सेट बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लाॅकडाउन के दौरान अहबावनगर ज्वालापुर में बाइक सवार एक दरोगा जोकि लोगों पर रौब गालिब करते हुए लाॅकडाउन का पाठ सिखा रहा था। जिसपर वहां तैनात कुछ पुलिस कर्मियों को दरोगा के स्वाभाव को देखकर उस पर शक हुआ। बताया जा रहा हैं कि जब पुलिस कर्मियों ने बाइक सवार दरोगा से उसका परिचय पूछा गया। आरोप है कि बाइक सवार दरोगा पुलिस कर्मियों पर ही धौस दिखाने का प्रयास किया। लेकिन दरोगा जी की पुलिस कर्मियों पर उसकी एक न चली और पुलिस कर्मियों को शक होने पर उसको पकड़ कर थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान दरोगा ने अपना नाम जेनेन्द्र कुमार पुत्र सुधाकर निवासी मिर्चापुर इलाहाबाद यूपी हाल निवासी रोशनाबाद सिड़कुल बताते हुए खुलासा कि वह बीटेक का छात्र हैं और बेरोजगार है। पिछले 5-6 सालों से रोशनाबाद सिड़कुल में रहकर नौकरी की तलाश में है। जिसको दरोगा बनने का शौक था, लेकिन वह दरोगा तो नहीं बन सका। बताया जा रहा हैं कि पुलिसियां पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि कुछ माह पूर्व उसने दरोगा की वर्दी पीएससी के बाहर एक ट्रेलर जोकि पुलिस वर्दी सिलता है। उसके यहां पर दरोगा की वर्दी सिलवाकर अन्य समान भी खरीद रखे थे। लाॅकडाउन के दौरान उसने अपना दरोगा बनने का शौक पूरा करने के लिए वर्दी पहन कर सड़क पर उतर पड़ा। पुलिस ने आरोपी के पास से पुलिस की वर्दी, नकली पिस्टल, प्लास्टिक का वायरलेस सेट और बाइक बरामद की है। जिसके खिलाफ पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी निरीक्षक योगेश देव के अनुसार लाॅकडाउन के दौरान एक फर्जी दरोगा को गिरफ्रतार किया गया है। जिसके खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।