■स्थानीय किन्नरों ने भेषधारी किन्नर को पकड़कर पुलिस को सौपा, पुलिस ने छोड़ा
■कोतवाली नगर पुलिस की कार्यशैली को लेकर स्थानीय किन्नरों में भारी रोष
■आरोपः भेषधारी किन्नर नशेडियों के बीच रहकर कर रहा था गलत काम
■पुलिस से कई बार शिकायत करने पर भी नहीं की जा रही थी कोई कार्यवाही
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। तीर्थनगरी में एक भेषधारी किन्नर की किन्नरों को बदनाम करने वाली करतूतों से स्थानीय किन्नर पिछले कई समय से परेशान है। जिसकी शिकायत स्थानीय किन्नरों द्वारा कई बार कोतवाली नगर पुलिस से करने पर भी कोई कार्यवाही न होने पर हैरान है। बताया जा रहा हैं कि शुक्रवार की सुबह स्थानीय किन्नरों ने भेषधारी किन्नर को विष्णुघाट के पास से दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप हैं कि पुलिस ने भेषधारी किन्नर को छोड़ दिया। जिसको लेकर स्थानीय किन्नरों में भारी रोष है। इस सम्बंध में पुलिस ने भी माना हैं कि पूछताछ के बाद भेषधारी किन्नर को कोतवाल ने छोड़ दिया।
कोतवाली नगर क्षेत्र किन्नर सोनिया ने बताया कि पिछले कई समय से उनको सूचना मिल रही थी कि एक भेषधारी किन्नर तीर्थनगरी की मर्यादा को धूमिल करते हुए अश्लीलता फैलाते हुए गलत काम कर रहा है। जिसकी वजह से स्थानीय किन्नरों को बदनामी झेलनी पड़ रही है। जिसके सम्बंध में तत्कालीन महिला कोतवाल को भी इस सम्बंध में अवगत कराते हुए भेषधारी किन्नर के खिलाफ मौखिक रूप से शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही करने की मांग की गयी थी। जिससे तीर्थनगरी की मर्यादा बरकरार रह सके। लेकिन तत्कालीन कोतवाल ने भी किन्नरों के मांग को नजर अंदाज कर भेषधारी किन्नर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की।
किन्नर सोनिया ने बताया कि उनको क्षेत्र से लगातार भेषधारी किन्नर के गंदी करतूतों की जानकारी मिल रही थी। शिकायत मिल रही थी कि भेषधारी किन्नर नशेडियों के बीच में घिरा रहता हैं और उनके साथ गलत काम भी करता है। भेषधारी किन्नर की गंदी करतूतो से क्षेत्र के किन्नर भी बदनाम हो रहे थे। किन्नरों ने अपनी बदनामी से बचने के लिए खुद भेषधारी किन्नर को दबोचकर पुलिस के हवाले करने का निर्णय लिया। सूचना पर किन्नरों ने शुक्रवार को विष्णुघाट क्षेत्र के पास से भेषधारी किन्नर को पकड़ कर कोतवाली नगर पुलिस को सौप दिया। आरोप हैं कि पुलिस ने भेषधारी किन्नर को कोई कार्यवाही किए बिना ही उसको छोड़ दिया। कोतवाली नगर पुलिस की इस कार्यशैली को लेकर क्षेत्र के किन्नरों में भारी रोष है।
एसएसआई सतेन्द्र बुटोला ने बताया कि किन्नरों ने एक भेषधारी किन्नर को पकड़ कर पुलिस को सौप कर गलत काम करने के आरोप लगाये थे। लेकिन कोई तहरीर नहीं दी गयी थी। प्रभारी निरीक्षक ने भेषधारी किन्नर से पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान ऐसा कुछ साबित नहीं हुआ, जिसके आधार पर उसके खिलाफ कार्यवाही की जाती। इसलिए कोतवाल के आदेश पर भेषधारी किन्नर को छोड़ दिया।