सतपाल ब्रहा्रचारी, अनीता शर्मा और डाॅ. आलोक शर्मा अभी तक आगे
डाॅ. अलोक कुछ समय में ही क्षेत्र के लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे
मुकेशं वर्मा
हरिद्वार। कांग्रेस पार्टी से विधानसभा सीट 25 पर आठ नेताओं ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोकी है। जिनको केन्द्रीय स्क्रीनिंग कमेटी अध्यक्ष अविनाश पांडे के साक्षात्कार से होकर गुजरना पडा। टिकट के दावेदारों के लिए इतना आसान नहीं हैं टिकट तक पहुंच पाना। पार्टी हाईकमान अपने स्तर से दावेदारों को तोल रही हैं कि आखिर क्षेत्र में दावेदारों की क्या स्थिति हैं वह सीट निकाल पायेगा या नहीं। विधानसभा सीट 25 से सतपाल ब्रहा्रचारी, अनीता शर्मा, डाॅ. आलोक शर्मा, रविश भटिजा, अशोक शर्मा, अरविंद शर्मा, अनिल भास्कर, राजीव गौड शामिल है। जिनको लेकर पार्टी हाईकमान में मथन शुरू हो गया है। पार्टी हाईकमान काफी सोच समझ कर इस सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। बता दें कि इसी सीट पर बीस सालों से भाजपा का कब्जा है।
सूत्रों की माने तो विधनसभा सीट 25 पर तीन नेताओं की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। जिनमें सतपाल ब्रहा्रचारी, अनीता शर्मा और डाॅ. आलोक शर्मा शामिल हैं, वैसे तो सभी दावेदार अपने स्तर से टिकट की दावेदारी जता रहे है। तीन मजबूत दावेदारों में स्थानीय नेता डाॅ. आलोक शर्मा को बाहरी बताते हुए उनकी दावेदारी को कमजोर करने का प्रयास कर रहे है। लेकिन सच्चाई यही हैं कि बाहरी होकर भी पिछले कुछ महीनों ने विधानसभा सीट 25 के लोगों में अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। भले ही कल तक डाॅ. आलोक शर्मा को कोई नहीं जनता था, लेकिन आज डाॅ. आलोक शर्मा को गली माहौले का बच्चा—बच्चा भी जनने लगा है। कल तक डाॅ. आलोक शर्मा की पहचान केवल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता की थी, मगर आज राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ-साथ उनकी पहचान हरिद्वार के लोकप्रिय नेता के रूप में उभरी है। जोकि हरिद्वार विधानसभा सीट पर कुछ समय के भीतर ही अपनी जमीन तैयार करने में कामयाब रहे है।
वहीं मेयर अनीता शर्मा की छवि साफ सुधरी, ईमानदार, कर्मठ और मिलनसार महिला नेता के तौर पर जानी जाती है। मेयर अनीता शर्मा ने चार सालों तक हरिद्वार सीट पर कब्जा जमाने वाले भाजपा विधायक मदन कौशिक से शहर हित और अपने अधिकार क्षेत्र के लिए सघंर्षरत रही है। जिसको शहर की जनता अच्छी तरह जानती है। इसलिए अनीता शर्मा की भी हरिद्वार सीट पर प्रबल दावेदारी बनी हुई है।
अगर सतपाल ब्रहा्रचारी की बात करे तो उनको ईमानदार, कर्मठ, सघंर्षशील जनता पर पकड रखने वाले नेता के रूप में जाना जाता है। जिन्होंने वर्ष 2003 से कांग्रेस की तरफ से नगर पालिकाध्यक्ष का चुनाव लडा और जीत हासिल की। सतपाल ब्रहा्रचारी ने नगर पालिकाध्यक्ष रहते शहर को साफ सुथरा बनाने और विकास के कई कार्य किये। और जनता के एक फोन काॅल पर दिन रात उपलब्ध् रहे। कांग्रेस पार्टी हाई कमान ने सतपाल ब्रहा्रचारी जी को वर्ष 2012 में हरिद्वार विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वह पार्टी की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे और पार्टी को निराश किया। सवाल उठता हैं कि आखिर तीनों प्रबल दावेदारों में से कौन नेता हरिद्वार विधानसभा सीट पर टिकट हथियाने मे कामयाब रहेगा।

