*भाजपा में हरिद्वार मेयर सीट प्रत्याशी पर नहीं बन रही आम राय, मंथन जारी
*देहरादून में घंटो चली बैठक में मेयर सीट पर नहीं निकला कोई निर्णय
*मेयर सीट पर तीन गुट अपने-अपने प़क्ष के लोगों के लिए अड़ा
*प्रदेश संगठन ने मेयर सीट के चयन पर दोबारा सर्वे का लिया निर्णय
*पार्षदों के चयन में सिटिंग को ही प्राथमिकता पर जोर, कई वार्डो में बदलाव के सकेंत
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार में भाजपा के मेयर प्रत्याशी व पार्षदों के चयन की प्रक्रिया लगभग अंतिम दौर में पहुच चुकी है। देहरादून में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की मौजूदगी में जिले के सभी विधायक, पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष को बुलाकर सम्भावित नामों पर मंथन हुआ, जोकि करीब 4-5 घण्टे चला। बताया जा रहा हैं कि बैठक में प्रारम्भिक तौर पर तय हुआ कि सिटिंग पालिका अध्यक्ष, पार्षदों व सभासदों को ही पुनः मौका दिया जाएगा। लेकिन हरिद्वार मेयर सीट पर प्रत्याशी के नाम पर अभी तक एक आम राय नहीं बनी सकी हैं, जिसको लेकर बैठक में मंथन का दौर जारी है।
बताया जा रहा हैं कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, पूर्व केबिनेट मंत्री वर्तमान हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक हरिद्वार मेयर सीट के लिए किरण जैसल और मोनिका सैनी के नाम पर अड़े हुए है। लेकिन वही पूर्व केबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद खेमा धर्मपाल ठेकेदार की पत्नी राजदुलारी, डॉ. प्रदीप की पत्नी व पूर्व पालिकाध्यक्ष रहे कमल जौरा की पुत्रवधू के नाम को आगे बढ़ा रहे है। जबकि जिलाध्यक्ष संदीप गोयल ने जिला महामंत्री आशु चौधरी की पत्नी डोली चौधरी का नाम रखा है।
बताया जा रहा हैं कि इस बीच तेजी के साथ एक नाम हरिद्वार मेयर सीट के लिए डॉ. कल्पना चौधरी का नाम प्रबल दावेदार के साथ रखा जा रहा है। जिसको लेकर भाजपा प्रदेश संगठन बड़ी गम्भीरता के साथ इस नाम पर भी अपनी रूचि दिखा रहा है। देहरादून में देर रात तक चली मंथन बैठक में हरिद्वार मेयर सीट पर अभी तक कोई एक राय नहीं बन पायी है। बताया जा रहा हैं कि भाजपा प्रदेश संगठन द्वारा बुलाई गयी बैठक में हरिद्वार मेयर सीट के प्रत्याशी को लेकर तीन गुट आमने-सामने खड़े हो गये हैं, जोकि अपने-अपने पक्ष के लोगों को मेयर सीट पर टिकट दिलाने के लिए अड़े हुए है। ऐसा ना हो की मदन और स्वामी के बीच आपसी द्वंद्व में तेजी के साथ मेयर के दावेदार के रूप में उभर रही डॉ. कल्पना चौधरी बाजी ना नार ले जाए।
बताया जा रहा हैं कि जिसको देखते हुए प्रदेश संगठन की ओर से हरिद्वार मेयर सीट के लिए एक बार पुनः सर्वे करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश संगठन नहीं चाहता कि हरिद्वार मेयर सीट को लेकर हरिद्वार में किसी प्रकार की कोई नाराजगी व गुटबाजी भाजपा नेताओं व कार्यकर्त्ताओं के बीच हो। बताया जा रहा हैं कि वही बैठक में पार्षदों के चयन में सिटिंग को ही प्राथमिकता दी जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि शारदा नगर, आर्यनगर, राम नगर, गोविंदपुरी, विवेक विहार, निर्मला छावनी, शिवलोक, ब्रह्मपुरी आदि क्षेत्रो में बदलाव की बात कही जा रही है।
वही भाजपा प्रदेश संगठन जिन क्षेत्रों में पिछली बार हार हुई थी, वहां भी भाजपा के सशसक्त उम्मीदवार की तलाश में है। नगर निगम हरिद्वार चुनाव को लेकर भाजपा प्रदेश संगठन बेहद गम्भीर हैं और हरिद्वार मेयर सीट समेत अधिक से अधिक पार्षद निगम बोर्ड में लाने के लिए कमर कसे हुई है।
वहीं शिवालिक नगर पालिका से राजीव शर्मा को दोबारा अपनी काबिलियत दिखाने का पुनः मौका मिल सकता है। लेकिन शिवालिक नगर पलिकााध्यक्ष के लिए दो प्रबल दावेदार भी सामने देखे जा रहे हैं, जिनमें सुभाष मेहता व अतुल वशिष्ठ के नाम पर भी मंथन चल रहा है। जबकि पूर्व पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा की पार्टी संगठन में पकड़ मजबूत हैं, लेकिन उसके बावजूद भी उनकी डगर भी आसन होती नजर नहीं आ रही हैं, उनको डर हैं कई एनवक्त पर उनकी कौशिशों पर पानी ना फिर जाये और पालिकाध्यक्ष सीट पर कोई ओर बाजी ना मार ले जाए।