
लीना बनौधा/ भावना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य आज हरिद्वार निरंजनी अखाड़ा पहुंची। उन्होंने आचार्य महामण्डेलश्वर कैलाशानंद गिरी के पट्टाभिषेक समारोह में प्रतिभाग किया। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चैहान, भाजपा नेता विकास तिवारी, नरेश शर्मा, ओम प्रकाश जमदग्नि आदि भी उपस्थित रहे। सभी ने अखाड़ा परम्परा के अनुसार आचार्य महामण्डलेेश्वर की चादर विधि की। राज्यपाल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए समस्त अखाड़ा संतों को मकर संक्रांति की शुभकामनायें दी। उन्होंने स्वामी कैलाशानंद महाराज से आचार्य महामण्डलेश्वर के पद पर आसीन होने पर आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानंद गिरि जी को बधाई दी। श्रीमती
मौर्य ने मकर संक्रांति पर्व पर युवाओं का आहवान करते हुए कहा कि संत परम्परा भारत की प्राचीन परम्परा है। युवाओं को अपने धर्म और संस्कृति को अपनाकर नव भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए। संतो का सम्मान हमारी सनातन परम्परा है, जो भारत को अन्य देशों से अलग और विशेष बनाती है। उन्होंने नव वर्ष में सभी के लिए मंगल कामना करते हुए कोरोना मुक्त भारत की प्रार्थना मां
गंगा से की। इस अवसर पर समस्त अखाड़ा पदाधिकारियों व संतो के साथ राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के इंद्रेश कुमार, दिनेश, शिव प्रकाश, युद्ववीर, शरद कुमार सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।