
*पीसी, लैपटॉप, पीडब्लूडी चम्बा, देहरादून की फर्जी मोहरे, कई दस्तावेज आदि बरामद
*वर्ष 2017 में नौकरी की तलाश में आया था हरिद्वार, आरोपी पीडित के घर किराये पर रहा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड में बैकडोर से पीडब्लूडी चम्बा में अकाउंटेंट की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों हड़पने के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जिसकी निशानदेही से पुलिस ने पीसी, लैपटॉप, पीडब्लूडी चम्बा, देहरादून की फर्जी मोहरे, कई दस्तावेज आदि बरामद किये है। आरोपी अपना प्रभाव जमाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री के फर्जी लेटरपैड का इस्तेमाल करता था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि कृष्णानगर कनखल निवासी प्रतीक मदान ने 23 फरवरी 25 क़ो थाना कनखल में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि लॉकडाउन के दौरान उनके मकान पर किराये पर रह चुका हिमांशु कुमार नाम का युवक जोकि वर्तमान में जुर्स कंट्री में किराये के फ्लैट में रह रहा है, ने जुलाई 2024 में उसके मकान में किराये पर रहता था। जिसने उसकी व रिश्तेदारों की सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब तीन लाख सत्तर हजार रूपये ले लिये। उसके द्वारा जल्द सरकारी नौकरी की नियुक्ति का भरोसा दिलाने के लिए लोक निर्माण विभाग चम्बा, लोक निर्माण विभाग देहरादून में उत्तराखंड मुख्यमंत्री के नोटपेड से उसक़ो समय-समय फर्जी नियुक्ति पत्र देता रहा।
उन्होंने बताया कि जनवरी माह में उसको ईमेल आईडी पीडब्लूडी चम्बा से मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा जारी एक नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें उसक़ो 24 फरवरी 25 क़ो पीडब्लूडी चम्बा टिहरी में अकाउंटेंट के पद पर नियुक्ति का आदेश था। नियुक्ति में जाने से पहले पीड़ित ने लोक निर्माण विभाग चंबा टिहरी से जानकारी की गई तो प्राप्त नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया। इस पर पीड़ित ने जब हिमांशु कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया तो आरोपी अपना मोबाइल बंदकर फरार हो गया। कनखल पुलिस ने पीडित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी।
कप्तान ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर फर्जी लेटरपैड और सरकारी विभाग की फर्जी ईमेल आईडी का मामले को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस टीम गठित कर जल्द आरोपी के गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये। पुलिस टीम ने आरोपी को दबोचने के लिए उसके सम्भावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की गयी। इसी दौरान पुलिस टीम ने सूचना पर बीती शाम गुरूकुल कांगडी के पास से आरोपी हिमांशु कुमार को कुछ फर्जी दस्तावेज के साथ दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम हिमांशु कुमार पुत्र सुंदर लाल मूल निवासी ग्राम क्वाटोली कपकोट बागेश्वर हाल निवासी जर्स कंट्री ज्वालापुर बताते हुए उसकी निशानदेही जुर्स कंट्री स्थित फ्लैट से उसका पीसी, एक लेपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र, चम्बा लोक निर्माण विभाग व देहरादून लोक निर्माण विभाग की फर्जी मोहरे बरामद की है।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम आरोपी के बैंक खातों की भी जानकारी जुटा रही है। आरोपी पोस्ट ग्रेजुएट हैं जिसने वर्ष 2017 में पीएचडी करने के बाद वह नौकरी की तलाश में अपने गांव से हरिद्वार आया था। जोकि वर्ष 2017 से 2021 तक आरोपी पीडित के कृष्णनगर स्थित घर पर बतौर किरायेदार के रूप में रहा। मकान मालिक व उसके परिजनों के अच्छे संबंध स्थापित होने पर आरोपी को पता चला कि प्रतीक मदान सरकारी नौकरी की तलाश में है।
उन्होंने बताया कि इस बात का फायदा उठाकर हिमांशु ने जुलाई 2024 में प्रतीक क़ो अपनी व अपने दोस्त गौरव कुमार की उत्तराखंड शासन व मुख्यमंत्री कार्यालय में अच्छी जान पहचान का हवाला देते हुए प्रलोभन दिया कि वह सरकार द्वारा समय समय पर बैकडोर से की जाने वाली कुछ पदों पर उसको व उसके रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी दिला सकता है। सरकारी नौकरी का प्रलोभन देकर पीडित से तीन लाख सत्तर हजार रूपये हड़प लिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।