■एक ने एसडीएम को एडीएम बनाने के नाम पर ली थी सुपारी (पैसा)
■पूज्नीय का ऋषिकेश की कुछ सम्पत्ति संगठन के नाम पर करने का था दबाब
■पूर्व मुख्यमंत्री के खुलासे के बाद शहर की राजनीति में तूफान आने का अंदेशा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा शामिल होने वाले नेताओं के चेहरे से नकाब हटाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा खुलासा किया है। जिन्होंने अपने दिल के राज को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया फेसबुक पर कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में जाने वालों के सम्बंध में ऐसा सब कुछ लिख डाला, जिसकी भाजपा में जाने वाले नेताओं सपने में भी कल्पना नहीं की होगी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक में बिना नाम लिए लिखा हैं कि मीडिया उनसे कुरेद कुरेद कर पूछ रही हैं कि उनके करीबी उनका साथ छोड़ कर क्यों जा रहे हैं?
जिसपर मैंने कहा कि हर किसी की नाराजगी के कुछ न कुछ कारण होते हैं, कुछ लोग इसलिए नाराज हैं वह मेरे कार्यकाल में एक एसडीएम को एडीएम बनाने की सुपारी (पैसा) ले चुके थे। जबकि एक पूज्यनीय इसलिए खफा हैं, स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश की कुछ सम्पत्तियों को मैंने उनके संगठन के नाम पर करने से इनकार कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इतने पर ही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि एकाध दो सज्जन ऐसे भी हैं कि उनको देते-देते अंत में जब मेरे पास भी देने के लिए कुछ न पहीं रह गया तो वह बड़े दाताओं (भाजपा) के पास पहुंच गये है।
देखते हैं वहां पर उनको क्या मिलता हैं? पूर्व मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए अंत में लिखा हैं हमारी उनको शुभकामनाएं हैं यहां से कुछ ज्यादा उनको वहां पर मिले और जहां गये हैं वहां पर वफादार रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के फेसबुक पर किये गये खुलासे से शहर की राजनीति में तुफान आना लाजमी है। देखते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री के इस खुलासे के बाद भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।