
■परिजनों का आरोपः डॉ. गुंजन सैनी की मौत कांवडियों की पीटाई से हुई
■सीएमओः पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सक की मौत की सही वजह सामने आयेगी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार द्वारा कांवड मेले में स्थापित अस्थाई चिकित्सा शिविर में तैनात चिकित्सक की बीती रात ड्यूटी से घर लौटते वक्त सड़क दुर्घटना में घायल हो गये। जिनकी सुबह उपचार के दौरान मौत हो गयी। जिसकी जानकारी लगते ही स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार में शौक की लहर दौड़ गयी। सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रूड़की सिविल हॉस्पिटल भेज दिया।
चिकित्सक की मौत को लेकर अलग-अलग बात सामने आ रही है। पुलिस चिकित्सक की मौत की वजह सड़क दुर्घटना बता रही हैं जबकि परिजन मौत का कारण कांवडियों के द्वारा पीटाई करना बता रहे है। सीएमओ हरिद्वार का कहना हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलकर सामने आ जाएगा कि वास्तव में चिकित्सक की मौत का क्या कारण रहा?
सीएमओ हरिद्वार डॉ. आरके सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम में तैनात चिकित्सक डॉ. गुंजन सैनी को कांवड मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार द्वारा मंगलौर पुल के पास स्थापित अस्थाई चिकित्सा शिविर में तैनात किया गया था। जिनकी ड्यूटी दोपहर 2 बजे से लेकर रात 8 बजे तक थी। बताया जा रहा हैं कि डॉ. गुंजन सैनी रात को अपनी ड्यूटी समाप्त कर बाइक से वापस अपने घर गांव सिकौनी लक्सर हरिद्वार लौट रहे थे। जिनकी देर रात पुलिस द्वारा घायल हालत में रूड़की सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जिन्होंने चिकित्सक के सड़क दुर्घटना में घायल होने की जानकारी दी गयी थी।
बताया जा रहा हैं कि चिकित्सक के परिजन उनको रूड़की सिविल हॉस्पिटल से उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल ले गये। जहां पर चिकित्सक डॉ. गुंजन सैनी उम्र करीब 36 वर्ष की आज सुबह उपचार के दौरान मौत हो गयी। चिकित्सक की मौत की खबर लगते ही स्वास्थ्य विभाग में शौक व्याप्त हो गया।
उन्होंने बताया कि चिकित्सक के शव को पोस्टमार्टम के लिए रूड़की सिविल हॉस्पिटल भेजा गया है। मृतक चिकित्सक के परिजन डॉ. गुंजन सैनी की मौत सड़क दुर्घटना में होने से इंकार कर रहे है। परिजनों का आरोप हैं कि डॉ. गुंजन सैनी की मौत कांवडियों की पीटाई से हुई है। मृतक चिकित्सक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा हैं, जिसमें मौत की सही वजह का पता चल जाएगा।