
■बेसहारो का सहारा नाम से बनाया एनजीओ, गरीबों को किये रात में कम्बल वितरित
■एनजीओ का संचालन सदस्य खुद आपस में चंदा एकत्रित करते हुए कर रहे
■कर्मियों के सेवाभाव को देखते हुए प्रबंधन समेत लोगो द्वारा की जा रही प्रशंसा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल के कर्मियों ने सेवाभाव के लिए एक कदम ओर आगे बढाया है। जिन्हांेने गरीब, बेसहारा लोगों की मदद के लिए कुछ करने की ललक लिए एक एनजीओ बनाया है। जिसका नाम भी बेसहारो का सहारा नाम दिया गया है। एनजीओ का जैसा नाम वैसा काम करने का प्रयास किया जा रहा है। एनजीओ बेसहारों का सहारा के सदस्यों ने शुक्रवार की रात सड़कों पर उतर कर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गरीब व बेसहाराओं को कड़कड़ाती ठंड से राहत दिलाने के लिए कम्बल वितरित किये गये। एनजीओ सदस्यों का कहना हैं कि उनका प्रयास गरीबों व बेसहाराओ को राहत पहुंचना है। जिन्होंने एनजीओ का संचालन खुद आपस में चंदा एकत्रित करते हुए गरीबों की मदद की जा रही है।


बेसहारों का सहारा एनजीओ सदस्यों ने बीती रात गरीबों व बेसहारा लोगों की मदद के लिए बिरला घाट, ओम पुल, मायापुुर और निंरजनी अखाड़ा मार्ग पर खुले में सो रहे लोगों को ठंड से राहत दिलाने के लिए कम्बल वितरित किये। एनजीओ के सदस्यों जिला अस्पताल की तैनात वरिष्ठ सिस्टर आशा शुक्ला, गौरव गुलाटी, राहुल यादव, चेतन, मन्नू, मुंकशीने संयुक्त रूप से कहा कि एनजीओ जनवरी 24 में ही बनाया गया है। इस एनजीओ का मकसद गरीब व बेसहाराओं को मदद करना है। फिलहाल एनजीओ का संचालन सदस्य आपस में चंदा एकत्रित करते हुए कर रहे है।


उन्हांेने कहा कि यदि कोई भी गरीबों व बेसहाराओं की मदद के लिए अपना योगदान देना चाहता हैं तो वह कर सकता है। उसका एनजीओ के सदस्य स्वागत करते है। जिस उद्देश्य के लिए एनजीओ को बनाया गया है, उस उद्देश्य को आगे भी जारी रखा जाएगा। गरीबों व बेसहाराओं को कम्बल वितरित करने में एनजीओ सदस्य जिला अस्पताल की वरिष्ठ सिस्टर आशा शुक्ला, गौरव गुलाटी, राहुल यादव, चेतन, मन्नू, मुंकशी आदि शामिल रहे।
