*मेला अस्पताल में नहीं हैं डेंटल इंस्टूमेंट, कॉलेज के चिकित्सक उपचार करने में लाचार
*जिला अस्पताल में नहीं हैं डेंटल चेयर दुरूस्त और नहीं हैं कोई हैल्पर
*तीन माह के भीतर भी जिला अस्पताल की डेंटल चेयर नहीं हुई दुरूस्त
*चिकित्साधिकारियों की व्यवस्थाओं के प्रति उजागर हो रही घोर लापरवाही
*जिला और मेला चिकित्साधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रही जनता
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला और मेला अस्पताल की डेंटल ओपीडी सेवाएं संचालन में केवल औपचारिक भर ही निभाई जा रही है। दोनों अस्पतालों में मरीजों को दंत चिकित्सा ना मिलने से उनमें दोनों अस्पताल प्रबंधनों की कार्यशैली को लेकर बेहद नाराजगी है। अगर धरातल की बात करें तो मेला अस्पताल में खुद का कोई डेंटल चिकित्सक की तैनाती तक नहीं है। जबकि जिला अस्पताल में दो डेंटल चिकित्सकों की तैनाती तो हैं, लेकिन डेंटल चेयर दुरूस्त ना होने की वजह से केवल डेंटल ओपीडी शोपीस बन कर रह गयी है। जिला और मेला अस्पताल की चिकित्साधिकारियों की उदासीनता व लापरवाही का खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बता दें कि मेला अस्पताल में पिछले कई वर्षो से खुद का कोई भी डेंटल चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई है। मेला अस्पताल में अभी तक जो डेंटल ओपीडी सेवाए संचालित की जा रही थी, वह सेवाएं जिला अस्पताल में डेंटल ओपीडी चलाने के लिए कक्ष ना होने की वजह से वहां के दो-दो डेंटल चिकित्सक सम्भाले हुए थे। लेकिन जिला अस्पताल के पूर्व पीएमएस डॉ. सीपी त्रिपाठी ने अपने दोनों डेंटल चिकित्सकों को वापस बुला लेने के बाद मेला अस्पताल में पिछले तीन माह से खुद का कोई डेंटल चिकित्सक नहीं है, लेकिन दो हैल्परों की वहां पर तैनाती हैं
लेकिन मेला अस्पताल में जिला अस्पताल के डेंटल चिकित्सकों के जाने के बाद, अब मेडिकल कॉलेज के तीन डेंटल चिकित्सकों की तैनाती तो हैं, वह भी नाममात्र की है। मेला अस्पताल में डेंटल ओपीडी संचालित करने के लिए डेंटल इंस्टूमेंट तक नहीं है। इसलिए मेला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों के दांतो की सफाई की बात तो कही जा रही हैं, लेकिन इसके अलावा डेंटल इंस्टूमेंट ना होने की वजह से मेडिकल कॉलेज के तैनात डेंटल चिकित्सक दातों की शिकायत लेकर पहुंचने वाले मरीजों को सहीं उपचार नहीं दे पाने के लिए लाचार है। मेला अस्पताल में तैनात मेडिकल कॉलेज की डेंटल चिकित्सक डॉ. कनिका, डॉ. आकृति और ओरल सर्जन डॉ. अंकुर ने बताया कि मेला अस्पताल में डेंटल इंस्टूमेंट नहीं हैं, उनके द्वारा मेला अस्पताल प्रबंधन को डेंटल इंस्टूमेंट के लिए कहा जा चुका है।
वहीं जिला अस्पताल में डेंटल ओपीडी की डेंटल चेयर में पानी की सप्लाई ना होने की वजह से पिछले तीन माह से डेंटल ओपीडी ठीक ढंग से संचालित नहीं हो रही है। या यूं कहे कि डेंटल ओपीडी कक्ष स्थापित होने के तीन माह बाद भी ओपीडी कक्ष में पानी की सप्लाई की व्यवस्था तक नहीं हो सकी है। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि जिला अस्पताल प्रबंधन अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर कितना संजीदा है।
जिला अस्पताल डेंटल चिकित्सक डॉ. प्रशांत सैनी ने बताया कि अभी तक जिला अस्पताल के दो डेंटल चिकित्सक जिला अस्पताल में कक्ष की व्यवस्था ना होने की वजह से मेला अस्पताल में दो कक्षों में अपनी सेवाएं दे रहे थे। लेकिन जिला अस्पताल के तत्कालीन पीएमएस ने अपने दोनों डेंटल चिकित्सकों को अगस्त 24 को वापस बुला कर यहां पर डेंटल ओपीडी सेवाएं शुरू करने का प्रयास किया गया। लेकिन तीन माह हो जाने के बावजूद डेंटल चेयर दुरूस्त नहीं की जा सकी है। डेंटल चेयर में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। और ना ही कोई हैल्पर की तैनाती की गयी है।
जिसकारण डेंटल चिकित्सकोें को ओपीडी संचालित करने में काफी परेशानी उठानी पड रही हैं और सही तरीके से ओपीडी संचालित नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि कई बार अस्पताल प्रबंधन का ध्यान इस ओर दिलाते हुए डेंटल ओपीडी कक्ष की व्यवस्थाए दुरूस्त करने की गुजारिश की जा चुकी हैं, मगर अभी तक इस दिशा में कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है। इतना ही नहीं डेंटल ओपीडी कक्ष का शौचालय में भी पानी की सप्लाई नहीं है। जिसकारण चिकित्सकों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
जिला अस्पताल कार्यवाहक पीएमएस डॉ. आरवी सिंह ने बताया कि डेंटल चेयर को दुरूस्त करने की कार्यवाही चल रही है। डेंटल चेयर के मैकेनिक को बुला जा चुका हैं, लेकिन डेंटल चेयर के पार्टस ना होने की वजह से डेंटल चेयर को दुरूस्त करने में समस्या आ रही है। लेकिन जल्द ही इस समास्या का समाधान कर लिया जाएगा। अस्पताल के पीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज द्वारा एनएचएम के द्वारा मेला अस्पताल में तैनात किये गये दोनों हैल्परों की जिला अस्पताल में तैनाती के लिए पत्र लिखा गया है। जिनकी तैनाती शीघ्र जिला अस्पताल की डेंटल ओपीडी कक्ष में हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि अभी तक जिला अस्पताल में स्थान ना होने की वजह से डेंटल ओपीडी की व्यवस्था मेला अस्पताल में की जा रही थी। लेकिन तत्कालीन पीएमएस के आदेश पर दोनों डेंटल चिकित्सकों को वापस बुला लिया गया है। जिसकारण स्थान परिवर्तन होने में व्यवाहरिक दिक्कत हो रही है। लेकिन जल्द की दिक्कतों को दूर कर डेंटल ओपीडी सेवाए सही रूप से संचालित शुरू हो जाएगी।