मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कर्मचारी महासंघ एवं चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ ने कावड़ मेला भत्ता दिए जाने को लेकर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मांग की है। संघ द्वारा पूर्व में भी कावड़ मेला भत्ता दिये जाने को लेकर कई ज्ञापन दिए गए हैं लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नही हुई है। संघ पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौपा गया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष एसपी चमोली, जिला मंत्री प्रदीप मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष व चिकित्सा स्वास्थ्य के मुख्य सलाहकार दिनेश लखेडा लेब टेक्नीशियन एससोसिएशन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महावीर चौहान, प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर ने संयुक्त रूप से कहा कि कावड़ मेला कई मायनों में कुंभ मेले से भी बड़ा है। जिसमें करीब 5 करोड़ कावड़ भक्त 15 से 20 दिनों में हरिद्वार पहुंते हैं, जिनकी सेवा में कर्मचारी रात दिन अपने सेवाए देते है, लेकिन फिर भी आज तक कावड़ मेला भत्ता कर्मचारियों को नही मिला है। जिला चिकित्सालय और अन्य चिकित्सालय के कर्मचारियों को कार्य करने के बाद भी आज तक कांवड़ मेले से नही जोड़ा गया है, जोकि न्यायोचित प्रतीत नहीं होता है। साथ ही मांग की जो रिक्त पदों पर नियुक्ति होनी है उनकी नियुक्ति की जाए, कर्मचारियों के योग्य आश्रितों को प्राथमिकता देते हुए नियुक्ति दी जाए।
नर्सेस एसोसिएशन जिला मंत्री हेमंती, एलीअम्मा चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ जिला मंत्री राकेश भंवर, प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि संगठन की मांग न्यायोचित है। कर्मचारियों को कांवड़ मेला भत्ता-मानदेय सभी कर्मचारियों को दिया जाए। पुलिस विभाग की तरह स्वास्थ्य विभाग की डिस्पेंसरी-सब सेंटर स्थाई रूप से बनाया जाए। जिससे रोगियों के साथ-साथ अधिकारी और कर्मचारियों को पूर्ण मनोयोग के साथ अपनी सेवा देते रहें।
इस दौरान एसपी चमोली, दिनेश लखेडा, हेमंती, एलिअम्मा, सुशीला पंवार, महावीर चौहान, प्रदीप मौर्य, बीरेंद्र शर्मा, राजेन्द्र तेश्वर, राकेश भंवर, राय सिंह, मूलचंद, सचिन आदि शामिल रहे।