
परिजनों ने शव को अम्बेडकर चौेक बिजलीघर पर रखकर किया हंगामा
रानीपुर और सिड़कुल पुलिस ने परिजनों को समझाबुझा कर किया शांत
मुकेश वर्मा/ लीना बनौधा
हरिद्वार। बिना शटडाउन किये बीती रात बिजली के खम्बे पर चढ कर काम कर रहे पूर्व बिजली कर्मी की करंट लगने से मौत हो गयी। घटना से क्षेत्र में अफरा तफरी मच गयी। घटना की जानकारी लगते ही मृतक के परिजनों ने मौके पर पहुंचकर शव को अम्बेडकर चौेक पर शव रखकर हंगामा किया। सूचना पर रानीपुर और सिड़कुल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिद्धि विनायक काॅलोनी में बीती रात किसी व्यक्ति के घर की लाइट चले जाने पर फोन कर विद्युत कर्मी विरेन्द्र कुमार को बुलाया गया था। बताया जा रहा हैं कि विद्युत कर्मी ने मौके पर पहुंचकर जायजा लेकर खम्बे से गयी लाइट को ठीक करने के लिए बिना शटउाउन के ही चलती लाइन पर बिजली खम्बे पर चढ कर तार ठीक कर रहा था। बताया जा रहा हैं कि इसी दौरान चलती लाइन के तार की चपेट में आने से विरेन्द्र कुमार की कंरट लगने से नीचे गिरकर मौत हो गयी। घटना से क्षेत्रा में अपफरा-तपफरी मच गयी। सूचना पर मृतक विरेन्द्र कुमार पुत्र सही राम उम्र करीब 35 वर्ष निवासी रामनगर डेंसू चौक सिड़कुल के परिजन व रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। जिन्होंने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरेन्द्र कुमार के शव को अम्बेडकर चौक बिजली घर पर रखकर जमकर हंगामा किया। जिसकी जानकारी लगते ही रानीपुर और सिड़कुल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। बताया जा रहा हैं कि हंगामा कर रहे गुस्साएं लोग विद्युत विभाग अधिकारियों को मौके पर बुला कर मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग पर अडे रहे। पुलिस ने जब विद्युत विभाग अधिकारियों से सम्पर्क साध कर मामले की जानकारी दी, तो उन्होंने दो टूक जबाब दिया कि मृतक उनके विभाग का कर्मी नही था। विभाग ने उसको डेढ साल पूर्व ही नौकरी से निकाल दिया था। परिजनों व रिश्तेदारों विद्युत विभाग को कोसते हुए हंगामा जारी रहा। पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को बमुश्किल समझा बुझाकर शांत कराते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया और गुरूवार को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों को सुपूर्द कर दिया। सिड़कुल एसओ लखपत सिंह बुटोला के अनुसार एक विद्युत कर्मी की कंरट लगने से मौत हो गयी। विद्युत विभाग ने मृतक को अपना कर्मी नहीं माना हैं, उनका कहना हैं कि मृतक को डेढ साल पहले की नौकरी से निकाल दिया था। पीडित परिवार की ओर से शिकायत की जाती हैं तो पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करेगी।