
मुंह ताकते रह गए प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वे के लिए ग्रामीण
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों को आशियाने दिलाने के लिए चल रहे सर्वे के अभियान की तारीख 31 मार्च से बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दी गई थी, ताकि, कोई भी पात्र व्यक्ति छूट न सके, लेकिन, दूसरी तरफ विभागीय कर्मचारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवासीन परिवारों के सिर पर छत दिलाने के लिए सपने को पलीता लगा रहे हैं।
मामला रुड़की ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत दौलतपुर का है। जहां की सर्वेयर भावना पंत ब्लॉक में 30 अप्रैल से पहले ही सोमवार को अपने क्षेत्र की सर्वे की फाइल जमा करने के लिए पहुंच गई। जबकि कुछ ग्रामीणों को सर्वेयर ने दस्तावेज पूरा कर सर्वे आने का आश्वासन दिया था, लेकिन, जब उन्हें फोन किया गया तो उन्होंने कह दिया अब तारीख समाप्त हो जाएगी। वह तो ब्लॉक सर्वे की फाइल जमा करने आ चुकी है। अब सर्वे नहीं होगा। इससे ग्रामीण मायूस हो गए, लेकिन, सर्वेयर की इस कार्यशैली स प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने से लोग वंचित रहे गए हैं।
साथ ही उन पर सवाल खड़ा हो रहा है कि वह अंतिम तारीख से दो दिन पहले ही क्यों सर्वे बंद कर ब्लॉक में फाइल जमा करने के लिए पहुंच गईं। इससे सरकार की हर परिवार को आवास दिए जाने की मंशा पर पानी फिरता दिख रहा है। ग्रामीणों ने कामचोर सर्वेयर पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने सर्वेयर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग अधिकारियों से की है। उधर, रुड़की ब्लॉक के सहायक खंड विकास अधिकारी कमलेश कांडपाल का कहना है कि अगर एक भी परिवार सर्वे होने से छूट गया तो इसकी जिम्मेदारी सर्वेयर की ही होगी। जिससे उनके खिलाफ सर्वेयर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।