
डायलिसिस पर लेटे युवक की जान खतरे में देख दिखाई मानवता
युवक की जान बचाना पंकज वर्मा ने अपना धर्म समझा
मुकेश वर्मा/ लीना बनौधा
हरिद्वार। उतराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन संघ का अपनी चार सूत्रीय मांगों ने लेकर दूसरे दिन भी खाली पेट प्रदर्शन जारी रहा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष महावीर चौहान ने कहा कि आज डायलेसिस पर लेटे बेटे के लिए खून लेने पहुंचे पिता बाबू राम ब्लड बैंक पहुंचे, लेकिन ब्लड बैंक में बी पाॅजिटिव ब्लड ना होने पर युवक की जान को खतरा पैदा हो गया। जिसकी जानकारी लगते प्रदर्शन कर रहे प्रांतीय उपाध्यक्ष पंकज वर्मा ने विषम परिस्थितियों में तत्काल अपना उपवास तोड़कर डायलिसिस से पीड़ित युवक के लिए रक्तदान किया। पिता बाबू राम ने पंकज वर्मा और लैब टेक्नीशियन संघ का बहुत बहुत आभार प्रकट किया। रक्त कोष प्रभारी डाॅ. रविंद्र चौहान ने पंकज वर्मा द्वारा किये रक्तदान की सराहना की। जिला सचिव अरविंद सैनी ने जानकारी दी कि प्रांतीय कार्यकारणी की महानिर्देशक स्वास्थ्य से सकरात्मक मुलाकात हुई। लेकिन मांगे पूरी होने पर ही आंदोलन को समाप्त किया जायेगा। प्रांतीय उपाध्यक्ष पंकज वर्मा ने कहा कि सभी लैब टेक्नीशियन विषम परिस्थितियों में एड्स, टी बी जैसे संक्रामक रोगों की जांचे करते है, ऐसे में केंद्र सरकार के तर्ज पर राज्य सरकार को उतराखंड मे सभी लैब टेक्नीशियन को जोखिम भत्ता देना चाहिए। यही फ्रंट लाईन कोरोना योद्धा का सही सम्मान होगा। प्रदर्शन करने वालों मे पवन कश्यप, प्रदीप मौर्या, सारिका चौहान, नरेंद्र चौहान, आशा शर्मा, अनुपाल, कुंती शिशोदया, उपेंद्र पंवर, सुरेश बेलवाल, उमेश वर्मा, नितिन शर्मा, हेमंत बोरा शामिल थे। प्रमुख अधीक्षक डाॅ. राजेश गुप्ता ने बाबू राम के डायलिसिस से पीड़ित बेटे के लिए रक्तदान करने पर पंकज वर्मा और लैब टेक्नीशियन संघ की सराहना की।