♦करोड़ों की सम्पत्ति हथियाने के लिए ही बेटे ने हत्या की साजिश का ताना बाना बुना
♦पिता की हत्या के बाद दोस्तों को एक स्कॉर्पियों कार और 30 लाख देने का था वादा
♦दोस्त की शादी में चलने का झूठा बहना बनाकर पिता को ठिकाने लगाने को हत्यारों तक लेकर पहुंचा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। बहादराबाद पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने शनिवार की रात गोली मार कर की गई रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी की हत्या का खुलासा करते हुए उसके बेटे समेत उसके दो दोस्तो को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम ने हत्यारोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल 315 बोर का तमंचा और खोखा कारतूस बरामद किया है। कलयुगी बेटे ने ही करोड़ो की सम्पत्ति हथियाने के लिए अपने दोनों दोस्तों को अपने पिता की हत्या करने के लिए एक स्कॉर्पिया कार और 30 लाख की सुपारी दी थी। हत्या का खुलासा एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने किया।
उन्होंने बताया कि यशपाल निवासी जमालपुर कंला कोतवाली ज्वालापुर ने 29 नवम्बर 25 की रात्रि को कंट्रोल रूम पर सूचना दी कि मैं अपने पिता के साथ रोशनाबाद में शादी में जा रहा था, तभी एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा जटवाडा पुल ज्वालापुर से गाडी में लिफ्ट मंगाने वाले ने उसके पिता की गोली मार दी है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां से घायल की हालत देखते हुए उसको हॉयर सेंटर रेफर कर दिया। जहां पर उसकी मौत हो गयी। घटना की जानकारी पुलिस ने आलाधिकारियों को दी।
उन्होंने बताया कि घटना की गम्भीरता को देखते हुए उनके द्वारा हत्या का शीघ्र खुलासा करते हुए हत्यारोपी की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिये। हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में सीआईयू टीम को भी शामिल किया गया। पुलिस टीम द्वारा मृतक के बेटे से पूछताछ कि तो उसके द्वारा बताया की वह किसी दोस्त को शादी में जा रहा था। जब दोस्त के बारे में जानकारी चाही तो वो सही से जवाब नहीं दे पाया। जिससे शक की सुई बेटे पर ही घूमने लगी।
एसएसपी ने बताया कि कई घंटों चली पूछताछ में बेटा बार-बार अपने बयान बदलता रहा व सही जानकारी नहीं दे पाया। थक हार बेटे ने अपना जुर्म क़बूल कर खुलासा किया कि उसने ही दोस्तो के साथ मिलकर पिता की हत्या की है। पुलिस टीम को जांच के दौरान पता चला कि मृतक रिटायर्ड एयरफोर्स ऑफ़िसर था जिसके पास करोड़ों की संपत्ति थी। मृतक का बेटे की गलत संगती व गलत आदतों के कारण बेटे के साथ सम्बन्ध ठीक नही थे।
उन्होंने बताया कि मृतक के बेटे द्वारा अपने पिता को सम्पति अपने नाम पर करने के लिए भी लगातार दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन मृतक द्वारा बेटे के नाम सम्पति करने से मना कर दिया था व अपनी सम्पति से भी बेदखल करने के लिए कहा था। जिससे नाराज बेटे यशपाल द्वारा अपने दोस्तो ललित मोहन उर्फ राजन व शेखर निवासीगण सीतापुर ज्वालापुर हरिद्वार के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या करने की योजना बनाई व दोस्तों को हत्या के बाद 30 लाख और 01 स्कोर्पियो कार देना तय किया था।
श्री डोबाल ने बताया कि पुलिस टीम ने हत्यारोपी बेटे यशपाल समेत उसके दोनों दोस्तों राजन उर्फ ललित मोहन पुत्र सुरेश गिरी निवासी सीतापुर कोतवाली ज्वालापुर और शेखर पुत्र ऋषिपाल सिंह निवासी सीतापुर बालाजी पुरम कालोनी थाना कोतवाली ज्वालापुर को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से पुलिस टीम ने हत्या में इस्तेमाल 315 बोर का एक तमंचा और खोखा कारतूस बरामद किया।
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान हत्यारोपियों ने खुलासा किया कि यशपाल अपने पिता भगवान सिंह को शादी में रोशनाबाद जाने के बहाने से रात्रि में ज्वालापुर -बहादराबाद नहर पटरी पर लेकर आयेगा व राजन व शेखर जटवाला पुल से आगे बैराज के पास मिलेगें व यशपाल, राजन को अपना दोस्त बताकर शादी में जाने के बहाने कार में बैठायेगा व इसी दौरान भगवान सिंह की गोली मारकर हत्या कर देगें। हत्या का खुलासा हो जाने पर पुलिस ने हत्यारोपियों के खिलाफ सम्बधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

