
*काली फीती बांधकर काम करने के बाद अब चले आंदोलन की राह
*मिशन निदेशक को ज्ञापन प्रेषित करने के बाद भी नतीजा शून्य
*संगठन आज शाम तक मांगों को लेकर ले सकता हैं कोई ठोस निर्णय
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत उप जिला मेला चिकित्सालय हरिद्वार में कार्यरत चिकित्सकों, नर्सिग अधिकारी समेत कर्मचारियों को पिछले तीन माह से वेतन ना मिलने से उनमें भारी रोष व्याप्त है। एनएचएम कार्मिकों द्वारा अपनी मांगों के सम्बंध में पूर्व में सीएमओ हरिद्वार के माध्यम से मिशन निदेशक को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया जा चुका है।
लेकिन उसके बावजूद भी उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। एनएचएम के तहत कार्यरत कार्मिकों के घर का बजट अब बिगड़ने लगा है। कार्मिकों को घर चलाने के लिए दूसरे पर निर्भर होना पड़ रहा है। उनकी जायज मांगों को अनदेखा किया जा रहा हैं, जिसको लेकर अब उनका सब्र का बांध भी टूटता नजर आ रहा है। जिन्होंने विभागीय अधिकारियों को नींद से जगाने के लिए उप जिला मेला चिकित्सालय में एनएचएम के तहत तैनात कार्मिकों द्वारा अपने वेतन की मांग को लेकर दो दिनों से काली फीती बांध कर अपना विरोध दर्ज कराते हुए कार्य कर रहे है।
लेकिन कोई हल निकला ना देख एनएचएम कार्मिकों का रोष अब आंदोलन का रूप लेने की राह पर आ गया है। उप जिला मेला चिकित्सालय हरिद्वार में एनएचएम से जुडे कार्मिकों ने एक स्वर में कहा हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संवदा कर्मचारी संगठन हरिद्वार अब अपने वेतनमान की मांगों को लेकर निर्णयक मोड पर आ गया है। संगठन के पदाधिकारी आज शाम तक आगे की रणनीति की रूप रेखा तैयार कर कार्य बहिष्कार का निर्णय लेकर आंदोलन की घोषणा करेगें।
उप जिला मेला चिकित्सालय हरिद्वार में काली फीती बांध कर कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज करने वालों में डॉ. राजीव रंजन तिवारी, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. गर्विता हजेला, डॉ. पंकज शर्मा, हिमानी थपलियाल, सलमा प्रवीन, त्रिशा अत्री, अश्वनी, शमा प्रवीन, प्रभा चमौली, धनुजंय, गौरव, मनजीत, अर्जुन, धीरेन्द्र नेगी आदि शामिल रहे।