
■हत्यारोपी को महिला के संग आपत्तिजनक हालत देख लेने पर हुई हत्या
■गांव व परिवार में बदनाम हो जाने के डर से किशोर को ठिकाने लगाने की ठानी
■गला घोटकर हत्याकर शव ठिकाने लगाने के लिए गन्ने के खेत में फैंका
■हत्यारोपी की निशानदेही से घटना के वक्त पहने कपड़े व जूते बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गन्ने के खेत में मिले किशोर के शव की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान हत्यारोपी ने खुलासा किया कि किशोर ने उसको महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लेने तथा गांव में लोगों को बता कर बदनाम करने के डर से उसकी गला दबा कर हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही से घटना वाले दिन पहने कपड़े व जूते बरामद किये है। पुलिस ने हत्यारोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। घटना का खुलासा एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने भगवानपुर थाना परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।

उन्होंने बताया कि 23 फरवरी 24 को खुब्बनपुर भगवानपुर हरिद्वार निवासी सरदार सिंह ने तहरीर देकर अपने 13 साल के बेटे कार्तिक के लापता होने की शिकायत की थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर किशोर के गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस ने 25 फरवरी 24 को सूचना पर लापता किशोर का शव ग्राम खुब्बनपुर के गन्ने के खेत से बरामद किया था। प्रथम दृष्ट्या किशोर की हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फैंकना प्रकाश में आया था। मृतक किशोर का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया गया। जिसमें किशोर की मौत का कारण गला घोटने की पुष्टि हुई। पुलिस किशोर की गुमशुदगी को हत्या में तरमीम करते हुए अज्ञात हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी।
कप्तान ने बताया कि उन्होंने किशोर की हत्या की गुत्थी को सुलझाने तथा हत्यारोपी को शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे। किशोर की हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गयी थी। जिनको अलग-अलग टास्क दिये गये थे। पुलिस टीमों ने अपने-अपने टास्क पर काम करना शुरू कर दिया। पुलिस टीम ने गांव के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए हत्या की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास शुरू कर दिया। इसी दौरान पुलिस टीम को मृतक किशोर एक व्यक्ति के साथ देखा गया। जिसकी पहचान अजय शर्मा के तौर पर हुई। जिसके सम्बंध में पुलिस को जानकारी मिली कि शख्स एक फैक्ट्री में काम करता है और गांव मंे ही किराये पर रहता है।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरे में मृतक किशोर के साथ नजर आ रहे अजय शर्मा की तलाश की गयी, लेकिन वह गांव में नहीं मिला। पुलिस टीम अजय शर्मा की तलाश में जुटी थी इसी दौरान पुलिस टीम ने 15 मार्च 24 को अजय शर्मा को अमोरवेट कम्पनी जाने वाले मार्ग से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान अजय शर्मा ने हत्या से पर्दा उठाते हुए खुलासा किया कि वह अपने माता पिता व दो बच्चो के साथ ग्राम खुब्बनपुर में पिछले 6 माह से अपने रिश्तेदार राजीव शर्मा के यंहा किराये पर रह रहा है और उसकी पत्नी का देहांत वर्ष 2020 में हो चुका है। 18 फरवरी 24 को वह एक महिला को माहडी चौक से अपने साथ ग्राम खुब्बनपुर में गन्ने के खेत में लेकर गया।
एसएसपी ने बताया कि मृतक कार्तिक ने उसको महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। कार्तिक उसको पहचानता था, इसलिए उसने कार्तिक को गन्ने के खेत में जो देखा था। किसी को न बताने के लिए बोला था। लेकिन उसने उसकी बात को अनसुना करते हुए वहां से चला गया। उसको डर था कि अगर कार्तिक ने गांव में या फिर उसके परिवार गन्ने के खेत वाली बात बता दी, तो उसकी काफी बदनामी होगी। बदनामी के डर से उसने कार्तिक को ठिकाने लगाने की ठान ली। फैक्ट्री से कमरे पर लौटते वक्त कार्तिक उसको प्राईमरी स्कूल के पास मिल गया।
उन्होंने बताया कि कार्तिक को पैसों का लालच देकर गन्ने के खेत के पास बरसीन के खेत में ले गया, जहां पर उसने कार्तिक का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए गन्ने के खेत के बीच डाल दिया। अजय शर्मा ने किशोर की हत्या को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। जिसकी निशानदेही से पुलिस टीम ने हत्या की वारदात वाले दिन पहने कपड़े व जूते बरामद कर लिये। पुलिस ने हत्यारोपी अजय शर्मा पुत्र प्रमोद शर्मा निवासी ग्राम अथाई थाना भोपा जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश हाल ग्राम खुबनपुर थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
किशोर की हत्या की गुत्थी का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में भगवानपुर प्रभारी निरीक्षक सूर्यभूषण नेगी, एसएसआई प्रमोद कुमार, उपनिरीक्षक शहजाद अली, उपनिरीक्षक विनय मोहन द्विवेदी, उपनिरीक्षक पुनीत दनोषी, अ. उपनिरीक्षक योगेन्द्र सिंह, अ.उपनिरीक्षक बालाराम जोशी, हेंड कांस्टेबल विपिन शर्मा, हेंड कांस्टेबल गीतम सिंह, कांस्टेबल संजय नेगी, कांस्टेबल ललित यादव, कांस्टेबल मुकेश नोटियाल, कांस्टेबल उवैदउल्लाह, कांस्टेबल रविन्द्र राणा शामिल रहे।