■आरोपियों में पीडिता का रिश्ते का मामा व मुंहबोला चाचा भी शामिल
■पीडिता की मां की मानसिक स्थिति ठीक ना होने पर दोनों पक्षों ने उठाया लाभ
■मामा ने किया दोस्तों के साथ मिलकर भतीजी के साथ सामूहिक दुष्कर्म
■चाचा दुश्मनों से बदला लेने व धन ऐेंठने के लिए कर रहा था पीडिता का इस्तेमाल
■पुलिस का सनसनी खेज मामले में जांच जारी, कुछ ओर खुलासा होने की सम्भावना
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जनपद हरिद्वार में सनसनी फैला देने वाली किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना से पुलिस ने पर्दा उठाते हुए छः लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें पीडिता के दूर के मामा व मुंहबोले चाचा भी शामिल है। सनसनीखेज घटना का खुलासा पीडिता के न्यायालय में दर्ज कराये गये बयान से हुआ हैं। जिसके बाद पुलिस टीम ने पीडिता को विश्वास में लेकर दुष्कर्म करने वालों और दुष्कर्म की आड़ में लोगों से मोटी रकम ऐठने के लिए इस्तेमाल करने वालों को दबोचा है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पीडिता की मां की मानसिक स्थिति ठीक ना होने पर अपनों ने ही उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वहीं पीडिता की परिस्थितियों का फायदा उठाकर उससे झूठी हमदर्दी दिखाकर लोगों को दुष्कर्म में फंसाकर पैसे ऐठने के लिए इस्तेमाल किया। पुलिस टीम की सनसनी खेज घटना की जांच अभी जारी है। जिसमें अभी ओर खुलासा होने की सम्भावना जताई जा रही है।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि कान्हापुर रूड़की निवासी फारूख पुत्र जमशेद ने कोतवाली लक्सर क्षेत्र मंे अपनी नाबालिग भतीजी के साथ आठ लोगों नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम, साजिद और अहसान को नामजद करते हुए दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की सवेंदनशीलता को देखते हुए उनके द्वारा अधीनस्थों को तत्काल मामले की तह तक जाने तथा मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे। सामूहिक दुष्कर्म की तह तक जाने के लिए पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस ने पीडिता का मेडिकल कराते हुए न्यायालय में 164 के बयान दर्ज कराये गये।
कप्तान ने बताया कि पीडिता ने न्यायालय में हैरत अंगेज बयान दर्ज कराते हुए चौका दिया। जिसके बाद पुलिस ने पीडिता को विश्वास में लेते हुए जानकारी जुटाई गयी। जानकारी में पुलिस को पता चला कि पीडिता रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के साथ रहती थी। जबकि उसकी मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, वह रेलवे स्टेशन के पास रहती थी।
आरोप हैं कि रिश्ते के मामा ने अपने साथियों अब्दुल रहमान, मनीश आदि के साथ मिलकर किशोरी के साथ कुछ महीनों तक दुष्कर्म किया। जिनसे परेशान होकर किशोरी वहां से भाग कर अपनी मां के पास आ गयी। इसी दौरान किशोरी के साथ हुई घटना की मोटी-मोटी जानकारी फारुख नाम के व्यक्ति को लगी, तो फारूख ने पीडिता को विश्वास में लेकर आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिलाते हुए मां-बेटी को अपने साथ ले गया।
उन्होंने बताया कि किशोरी ने भी फारुख को चाचा कहना शुरू कर दिया। इसी बीच कथित चाचा फारुख ने मौका देखकर किशोरी की मां को वहां से भगा दिया। जिसके बाद फारूख ने अपने साथियों गुलशाद, अहसान एवं नफीस के साथ मिलकर मौके का फायदा उठाने के लिए गांव के अपने पुराने मामले में रंजिश के तहत विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम उनके बताए हुए नाम वाले लोगों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए पुलिस और कोर्ट में बयान देना।
जिनकी साजिश थी कि गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना। जिसका खुलासा होने पर पुलिस टीम ने किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले उसके रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू पुत्र याकिल, अब्दुल रहमान पुत्र साईद और मुनीश पुत्र जाहिद निवासीगण जैनपुर लक्सर को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि वहीं पुलिस टीम ने पीडिता को अपने दुश्मनों से बदला लेने तथा बेगुनाह लोगों को दुष्कर्म मामले में फंसाकर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने वाले तीन लोगों मुंहबोले चाचा फारूख पुत्र जमशेद निवासी कान्हापुर लक्सर, गुलशाद पुत्र मुबारिक और अहसान पुत्र सय्याद निवासीगण जैनपुर लक्सर को भी दबोच लिया। जिनके खिलाफ पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस सनसनी खेज मामले में अभी भी जांच में जुटी है। जिसमें ओर गिरफ्तारी होने की सम्भावना है।
सनसनी खेज घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसएसआई मनोज गैरोला, महिला उपनिरीक्षक गीता चौहान, उपनिरीक्षक हरीश गैरोला, उपनिरीक्षक दीपक चौधरी, हेंड कांस्टेबल शूरवीर सिंह, हेड कांस्टेबल भूपेन्द्र सिंह और कांस्टेबल संदीप शामिल रहे।