
■गढ़वाल आईजी ने अपराध समीक्षा बैठक लेते हुए दिये दिशा-निर्देश
■नए साल के पहले दिन गुंडा और गैंगस्टर एक्ट कार्यवाही को सराहा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गढ़वाल रेंज आईजी करण सिंह नगन्याल द्वारा शुक्रवार अपने हरिद्वार दौरे के दौरान एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल समेत जनपद पुलिस अधिकारीगण की मौजूदगी में मेला कंट्रोल भवन (सीसीआर) में अपराध समीक्षा गोष्ठी ली गई।
गोष्ठी के दौरान श्री नगन्याल ने 01 जनवरी को गैंगस्टर एक्ट एवं गुंडा अधिनियम के तहत हरिद्वार पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए कहा कि क्राइम कंट्रोल के लिए आप सभी को और अधिक मेहनत करने की जरूरत है। गंभीर अपराधों जैसे हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म आदि में शत प्रतिशत खुलासा होना है उसके लिए हमको वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाते हुए मैक्सिमम रिकवरी करते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी करनी है।
उन्होंने कहा कि शिकायती प्रार्थनापत्रों के शीघ्र निस्तारण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतोष जाहिर किया साथ ही चोरी व नकबजनी के मामलों में रिकवरी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आयोजित गोष्ठी में गंभीर मामलों जैसे हत्या, लूट, डकैती के शीघ्र खुलासे के संबंध में कड़े दिशा निर्देश देते हुए लंबित प्रकरणों एवं वारंटी व वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के पेंच कसने की बात कही।
गढवाल रेंज आईजी करण सिंह नगन्याल ने कहा कि हत्या के जो प्रकरण लम्बित हैं उनका जल्द खुलासा किया जाए। कोतवाली क्षेत्रांतर्गत हुए मामले की समीक्षा के दौरान कहा बच्चे की हत्या होना एक गंभीर मामला है। वैज्ञानिक तरीके की सोच रखकर जमीनी स्तर पर देखा जाए कि प्रकरण पेंडिंग क्यों है। वाहन चोरी पर गंभीरता व्यक्ति करते हुए कहा कि सभी थाना प्रभारी ऐसे स्थानों को चिन्हित करें, जहां पर वाहन चोरी की घटनाएं ज्यादा होती हैं। रिकवरी और सक्रिय गैंगों के खुलासे पर फोकस करें।
कहा कि चुनाव नजदीक है, इसलिए किसी भी झगड़े को मामूली झगड़ा ना समझा जाए। विवाद या झगड़े के मामलों में 107/116 के तहत कार्यवाही करते हुए जल्दी से जल्दी बाऊन डाउन करा लें। चुनाव नजदीक है न्यायालय से जारी वारंटों को गंभीरता से लेते हुए सभी की नियमानुसार गिरफ्तारी करें।
उन्होंने कहा कि आप लोगों ने आदतन अपराधियों के खिलाफ अच्छी कार्रवाई की है अब जरूरी है कि उनकी समय से गिरफ्तारी हो जाए और जिनको जिला बदर किया जाना है, उनको नियमानुसार जिला बदर किया जाए, ताकि आगामी चुनाव में किसी प्रकार का कोई व्यवधान न कर सके। लूट और चोरी के मामलों के खुलासे के साथ-साथ अधिक से अधिक रिकवरी करनी है, ऐसे मामलों में कोई अधिकारी लापरवाही ना करें।