
ऐसी घटनाओं पर अंकुश के लिए कठोर कानून की बेहद जरूरत
लीना बनौधा
हरिद्वार। बेटी बचाओं बेटी पढाओं की ब्रांड एंबेसडर डॉ. मनु शिवपुरी ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखण्ड को सन्न कर रख दिया है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम हैं। सभी राजनीतिक दलों व देश की सरकारों को अब गम्भीरता से सोचना होगा कि आखिर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश कैसे लग सके। इस तरह की घटनाओं के आरोपियो को सजा दिलाने के लिए फास्ट कोर्ट अपना काम कर रही है। लेकिन अब जरूरत है कि ऐसे कठोर कानून की जो ऐेेसे दरिंदगी करने वालों के लिए फांसी का प्रवाधान हो। जिससे की दरिंदगी करने वाले भी किसी बहन – बेटी के साथ ऐसा घिनौना करने से पूर्व दस बार सोचे।
उन्होने कहा कि आज मेरा मन बहुत आहत है, क्योंकि आए दिन देश में बहन-बेटियों के साथ इस तरह के अपराध बढ़ते जा रहे हैं, दरिंदे बहन- बेटियों की हत्या हो रही है। इसके खिलाफ हमें एक सख्त कानून बनाने की अधिक जरूरत है, क्योंकि जब तक कठोर दंड कार्रवाई नहीं होगी तब तक यह दरिंदे इसी प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते रहेगे। हमारा नारा है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लेकिन इस तरह की घटनाएं घटित होने से हमारे इस प्रयास को कही ना कही धक्का लग रहा है।
उन्होने कहा कि सब के सामने सवाल खड़ा हैं कि आखिर बेटियों को ऐसे दरिंदों से कैसे बचाया जा सके? जब तक ऐसे दरिंदों को मौत की सजा नहीं दी जाएगी, तब तक यह घटनाएं रुक नहीं पाएंगी, इसलिए इस तरह के घटनाओं के लिए देश के भीतर कानून में फांसी की सजा का प्रावधान हो। ताकि भविष्य में कोई भी यह अपराधी ऐसा घिनौना काम करने से पूर्व दस बार सोचे की उसको भी इस कृ्तय का भयानक दंड भोगना पड़ेगा, बस यही कठोर दंड ही ऐसे अपराध को रोकने का एकमात्र उपाय है जो जल्द से जल्द लागू होना चाहिए।