
लीना बनौधा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड के पूर्व घोषित आंदोलन कार्यक्रम के तहत पूरे प्रदेश के कर्मचारी क्रमिक अनशन पर रहे। जनपद देहरादून और हरिद्वार के कर्मचारी महानिदेशालय के गेट पर बैठे क्रमिक अनशन में शिवनारायण सिंह, रामपाल, दिनेश ठाकुर, अमित कुमार, नंदू, विपिन नेगी, मंजू पाल, गीता रावत को सुनील अधिकारी महामंत्री ने माला पहनाकर कर अनशन पर बैठाया।
प्रदेश महामंत्री सुनील अधिकारी प्रदेश प्रवक्ता शिवनारायण सिंह, संरक्षक मनवर सिंह नेगी, संगठन सचिव विपिन नेगी ने संयुक्त रूप से कहा कि महानिदेशालय के अधिकारी कर्मचारियों के सब्र का इम्तहान न लें, अगर 08 सितम्बर से प्रदेश के कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठेंगे तो महानिदेशालय के अधिकारियों को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को इस संबंध् में जबाब देना मुश्किल हो जाएगा। इसलिये समय है कि जल्द से जल्द प्रस्ताव शासन को भिजवा कर पदोन्नति, पौष्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय, जोखिम भत्ता, और कर्मचारियों को उद्यान विभाग के माली की भांति टेक्निकल कर अगला पदोन्नति का पद न होने के कारण 4200 ग्रैड पे दिया जाए।
प्रदेश उपाध्यक्ष नेलसन अरोड़ा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश पंत,ऋषिकुल के उपाध्यक्ष दिनेश ठाकुर, अमित कुमार रामपाल सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिए अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं जो कि न्यायोचित नही है आयुर्वेद विश्वविद्यालय में पदोन्नति नही हो रही है। कर्मचारियों को 03 साल बीत जाने के बाद भी एसीपी का लाभ नहीं मिल रहा है, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयकों के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं, इसलिये डीडीओ कोड बहाल किया जाना चाहिए या फिर राजकीय आयुवेर्दिक चिकित्सालय ऋषिकुल और गुरुकुल को विश्वविद्यालय से अलग कर कर्मचारियों को पुनः कोषागार के माध्यम से वेतन व अन्य देयकों का भुगतान किया जाए।
क्रमिक अनशन में मनवर सिंह नेगी, शिवनारायण सिंह, सुनील अधिकारी, विपिन नेगी, रामपाल सिंह, अमित कुमार, नंदू, दिनेश ठाकुर, नेलसन अरोड़ा, मंजू पाल, गीता रावत आदि उपस्थित रहे।