
मृतक ने कर्जा देने वालों के नाम छोड़ा सुसाइड नोट
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कर्ज में डूबे मेरठ के एक यात्री ने आश्रम में पखें से लटकर जान दे दी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस को मृतक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें मृतक ने कर्ज देने वालों से क्षमा मांगी हैं कि वह उनका कर्जा नहीं दे सका। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को भेज दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लज्जाराम सागर पुत्र गंगा दास सागर उम्र करीब 47 वर्ष निवासी शास्त्री नगर मेरठ यूपी दो दिन पूर्व भूपतवाला स्थित शंति निकेतन आश्रम के कमरा नम्बर 110 में ठहरा था। बताया जा रहा हैं कि दोपहर तक यात्री अपने कमरे से बाहर नहीं निकला। जिसपर आश्रम के सेवकों को कुछ शक हुआ। जिन्होंने लज्जाराम सागर के कमरे का दरवाजे पर दस्तक दी। मगर भीतर से कोई जबाव नहीं मिलने पर आश्रम प्रबंधक ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने आश्रम में पहुंचकर कमरे का दरवाजा खुलवाने के लिए काफी दस्तक दी। उसके बावजूद भी भीतर से कोई जबाव नहीं मिलने पर पुलिस ने आश्रम के सेवकों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। कमरे के भीतर यात्री चादर के साहारे पंखे से लटका हुआ था, जिसकी सूचना से आश्रम में हड़कम्प मच गया। पुलिस ने शव को नीचे उतारा और कमरे का निरीक्षण किया। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें मृतक ने जिन लोगों से कर्ज ले रखा था उनको सम्बोधित किया था कि वह उनका कर्जा चुकाने में नाकाम रहा, आप मुझे माफ कर देना। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजकर परिजनों को सूचित कर दिया हैं। नगर कोतवाली एसएसआई डीएस रावत के अनुसार मेरठ के एक यात्राी ने शंति निकेतन आश्रम के कमरा नम्बर 110 में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मृतक ने कर्जा देने वालों को लिखा हैं कि उसको माफ कर देना वह उनका कर्जा नहीं चुका सका। पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को भेजकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया हैं।