चारधाम यात्रा का सरलीकरण नहीं हुआ तो दी चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चारधाम यात्रा पर लगी रोक हाईकोर्ट के हटा देने के बाद पर्यटन व्यवसाय से जुडे लोगों को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। उत्तराखण्ड सरकार ने यात्रा की व्यवस्था को इतनी जटिल बना दिया हैं कि जिसको लेकर पर्यटन से जुडे लोग का जमकर शोषण हो रहा है। आरोप हैं कि सरकार ने ग्रीन कार्ड और टैक्स जमा कराने के नाम पर उनसे भारी भरकम पैसा जमा करा लिया है। यदि सरकार ने यात्रा व्यवस्था का सरलीकरण नहीं किया तो पर्यटन व्यवसाय से जुडे लोग 27 सितम्बर को पर्यटन दिवस पर चक्का जाम करेगे। इतना ही नहीं आगामी चुनाव का भी बहिष्कार करेगेे। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
इस बात की जानकारी संयुक्त मोर्चा पर्यटन उद्योग से जुडे व्यवसाईयों विजय शुक्ला, संजय शर्मा, बंटी भटिया, अभिषेक अहलूवालिया व प्रतीक कर्णवाल ने प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर चारधाम यात्रा के लिए यात्रियों की सीमित संख्या निर्धारित की गयी है। जिसके लिए देवस्थानम पोर्टल के जरिये पंजीकरण करना अनिवार्य किया गया है। साथ ही कोविड गाईड लाइन का पालन करना भी जरूरी है। ऐसे में दोनों एक साथ चलाना कैसे सम्भव है। उन्होंने कहा कि श्राद्ध के दौरान देश के कोने कोने से आने वाले यात्रीगण अपने पितृों के श्राद्ध के निमित बद्रीनाथ पहुंचकर तर्पण करते है। लेकिन आज हालत यह हैं कि सरकार द्वारा देवस्थानम पोर्टल पर निर्धारित संख्या करते हुए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। जिसके कारण पोर्टल पर चारधाम के लिए फूल दिखा रहा हैं, लेकिन वास्तव में तीर्थ स्थलों पर यात्री नहीं पहुंच पा रहे है। उनके द्वारा एक ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा गया है। जिसमें चार धाम यात्रा शुरू होने पर भी पर्यटन से जुडे व्यवसाईयों को होने वाली समस्याओं से अवगत कराया गया है।
पर्यटन व्यवसाईयों ने अपने ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग की गयी हैं कि चारधाम यात्रा के लिए निर्धारित यात्रियों की संख्या की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। और यात्रा की व्यवस्था को सरलीकरण किया जाए, जिससे पर्यटन व्यवसाईयों सहित यात्रियों को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि जहां प्रदेश सरकार वर्ष 2019 में चारधाम यात्रा में 34 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की बात कही गयी, वहीं मौजूदा स्थिति को देखते हुए चारधाम यात्रा केवल एक से सवा लाख श्रद्धालु ही यात्रा में पहुंच पायेगेें। सरकार उत्तराखण्ड के निवासियों के लिए आन लाइन पंजीकरण की बाध्यता को समाप्त किया जाए। चारधाम यात्रा के लिए मौजूदा वक्त में यात्रियों को 5 से 6 पंजीकरण के दौर से गुजरना पड रहा है, जोकि अव्यवहारिक है। यात्रियों का रजिस्टेशन देवस्थानम बोर्ड में खत्म कर केवल देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर ही अनिवार्य किया जाए।
प्रेसवार्ता के दौरान दीपक भल्ला, इकबाल सिंह, सुनील जायसवाल, निर्मल सिंह, अनूप मनोचा, राजेश वोहरा, सन्नी धमीर, हरीश भाटिया, अर्जुन सैनी, शशीपाल राणा, अरविंद मौजूद रहे।
