
हत्या के बाद जंगल में शव पर पेट्राॅल डाल कर जलाया
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पथरी पुलिस ने लापता हुए शख्स की गुमशुदी से पर्दा उठाते हुए उसका जला हुआ शव जंगल से बरामद किया है। हत्या के आरोप में पुलिस ने उसकी पत्नी सहित प्रेमी को गिरफ्रतार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने हैरान करने वाला खुलासा किया है। मृतक आप्राकृतिक यौन का शौकिन था और उसने ही पत्नी के आरोपी के साथ दोस्ती कराते हुए शरीरिक सम्बंध् स्थापित कराये थे। पुलिस ने शव को पोेेस्टमार्टम के पश्चात परिजनों के सुपूर्द कर दिया। पुलिस ने पत्नी सहित प्रेमी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
पथरी थाना प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने बताया कि 11 मई को अंजना पत्नी संजीव निवासी ग्राम रानीमाजरा पथरी हरिद्वार ने तहरीर देते हुए अपने पति के लापता होने के सम्बंध् में गुमशुदगी दर्ज करायी थी। पत्नी ने तहरीर में कहा था कि उसका पति 9 मई को फैक्ट्री काम पर गया था लेकिन वापस लौट कर नहीं आया। लापता संजीव के परिजनों ने उसके लापता होने के पीछे ग्राम प्रधान पर शक जाहिर किया था। पीडित परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने ग्राम प्रधान से लम्बी पूछताछ की गयी। लेकिन ग्राम प्रधान से कुछ हासिल नहीं हुआ।
पुलिस को जांच के दौरान लापता की पत्नी के सम्बंध् में कुछ अहम सुराग हाथ लगे। जिसपर पुलिस लापता और उसकी पत्नी के मोबाइलों को खंगाला गया। जिसमें पुलिस को पत्नी के खिलाफ अहम सबूत हाथ लगे, जिसपर पुलिस ने लापता की पत्नी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। जहां पर अंजना से पूछताछ की गयी। लेकिन लापता की पत्नी अंजना प्रारम्भिक पूछताछ में पुलिस को गुमराह करती रहीं। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो वह टूट गयी। पति के लापता के रहस्य से पर्दा उठा दिया।
पूछताछ के दौरान पत्नी अंजना ने हैरान करने वाला खुलासा किया कि उसका पति आप्राकृतिक यौन का शौकिन था। इसलिए उसने ग्राम धनपुरा निवासी दूधिये शिवकुमार उर्फ शिब्बु पुत्र कबुल सिंह का उसके घर पर दूध् देने के लिए आना जाना था। पति ने ही उसकी दोस्ती दूधिये शिवकुमार से करायी। उसके बाद दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। उसका पति संजीव खुद ही शिवकुमार को घर लेकर आता और अपने सामने ही अंजना से शरीरिक सम्बंध् बनवाता था। यह सिलसिला काफी समय तक चलता रहा।
लेकिन संजीव दूधिये शिवकुमार को ब्लेकमेल करने लगा, जिसकारण हम दोनों को लगने लगा कि संजीव उनके बीच बाधा बनेगा और उनकी गांव में बेईज्जती कर देगा। इसलिए दोनों ने मिलकर पति संजीव को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। और योजना के तहत 9 मई को दूधिये शिवकुमार और पति संजीव को लेकर फेरूपुर वाले अलग मकान में लेकर पहुंची। जहां पर योजना के तहत दोनों ने संजीव का रस्सी से गला घोट कर हत्या कर दी। दोनों ने शव को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर बाइक पर लाद कर दोगी वाले मार्ग से होते हुए पीपली वाला के घने जंगल में फैक दिया।
लेकिन शव की शिनाख्त होने के डर से दोबारा ईद वाले दिन दूधिये शिवकुमार को बुलाकर जंगल पहुंचकर शव पर पेट्राॅल डालकर जला दिया। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी दूधिये शिवकुमार को भी गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस ने दोनों की निशानदेही से लापता का जला हुआ शव पीपली वाला के घने जंगल से बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी पत्नि व प्रेमी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के पश्चात परिजनों के सुपूर्द कर दिया।