
लीना बनौधा
हरिद्वार। विश्व पर्यावरण दिवस पर ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में एक वृहद वृक्षारोपण एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कोविड-19 गाईडलाइन का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाते हुए रेडक्रास स्वयंसेवक एवं ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के पीजी स्कालरस ने प्रतिभाग किया।
संगोष्ठी में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री श्रीमती अन्नु कक्कड ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी ने जनमानस को महसूस करा दिया है कि वातावरण में आक्सीजन कितनी महत्वपूर्ण है और आक्सीजन के संतुलन को बनाये रखने के लिए प्रकृति तथा पर्यावरण का संरक्षण आवश्यक है इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रत्येक नागरिक को कम से कम 10 पौधे अवश्य रोपित करने चाहिए। कहा कि पौध रोपण के बाद उसके वृक्ष बनने तक पौधे की सिंचाई एवं सुरक्षा वृक्षारोपणकर्ता को स्वयं करनी होगी तभी वृक्षारोपण सही मायने में सपफल होगा।
रेडक्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी ने कहा कि मानव एवं प्रकृति एक दूसरे के पूरक है और हम परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से प्रकृति पर आश्रित हैं प्रकृति के बिना हमारा अस्तित्व सम्भव नहीं है। प्रकृति का संरक्षण हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। धरती को हरा भरा रखने एवं पर्यावरण संवर्धन के प्रति जनसमाज को जागरूक होकर वातावरण को शुद्ध करने के लिये अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए।
संगोष्ठी के पूर्व समाजसेवी श्रीमती अन्नु कक्क्ड ने कनखल मण्डल अध्यक्ष मनोज वर्मा के साथ कोविड-19 महामारी में समर्पित भावना से उत्कृष्ठ कार्य करने के लिये रेडक्रास सचिव एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डा0 नरेश चौधरी को विशेष रूप से सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में डा0 अवधेश, डा0 भावना, डा0 अंजलि, डा0 वैशाली, डा0 रोहित, डा0 मनीष, डा0 स्वपनिल, डा0 उर्मिला पाण्डेय, विकास देशवाल, कमल गुजराल, पूनम, शैलजा, सतेन्द्र सिंह नेगी, विजयपाल, अंकित कुमार आदि ने सक्रिय सहभागिता की।