
लीना बनौघा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के तत्वाधन में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में यूनानी चिकित्सा उपचार का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर सुनील कुमार जोशी द्वारा किया गया।
कुलपति डॉ. सुनील कुमार जोशी ने कहा कि उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में आयुष पद्धति से रोगों का उचित इलाज दिलाने हेतु यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सा की सुविधा दी गई है साथ ही अवगत कराया कि मुख्य परिसर में रोगी, आयुर्वेद के साथ-साथ होम्योपैथी पद्धति से भी अपना इलाज करा सकते हैं एवं ऋषिकुल परिसर में आयुर्वेद के साथ-साथ यूनानी चिकित्सा का लाभ उठा सकते हैं।
इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. राजेश अधाना ने कहा कि उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की इस पहल से सभी रोगियों का इधर उधर जाना बच जाएगा और उन्हें सुविधानुसार संपूर्ण इलाज एवं परामर्श प्राचीन आयुष पद्धति द्वारा किया जायेगा।
उद्घाटन समारोह में ऋषिकुल परिसर के निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर डीसी सिंह, उपकुलसचिव डॉ. शैलेन्द्र प्रधान, डॉ. संजय गुप्ता, शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. नरेश चौधरी, उत्तरांचल यूनानी मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक डॉ. हारून एवं यूनानी चिकित्सीय टीम, डॉ. शशिकांत तिवारी, डा रमेश चंद तिवारी, डॉ. वेदभूषण शर्मा, डॉक्टर खेमचंद शर्मा, अनिल सिंह नेगी, खेमानंद भट्ट, मोहित मनोचा, अनिल, अजय, मृदुला आदि सक्रिय सहभागिता की।