■आरोपी ठेकेदार से मांग रहे थे 20 हजार, 10 हजार कर चुके थे वसूल
■10 हजार रूपयों को लेकर लगातार दबाब डालकर कर रहे थे परेशान
■कप्तान ने दिये ऐसे मामलों में आरोपियों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सिडकुल पुलिस ने कम्पनी के ठेकेदार की शिकायत पर 20 हजार की डिमांड करने वाले दो कथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोप हैं कि कथित पत्रकार ठेकेदार से 10 हजार रूपये पहले की वसूल चुके है। जिनसे पुलिस ने ठेकेदार से वसूले गये 10 हजार रूपये बरामद किये है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।

एसएसपी ने पत्रकारिता की आड़ में लोगों से जबरन वसूली की घटनाओं की लगातार मिल रही शिकायतों को गम्भीरता से लिया है। कप्तान ने अधीनस्थ अधिकारियों को ऐसे मामले प्रकाश में आने पर बिना किसी नरमी दिखाए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिये है। कप्तान के कड़े रूख को देखते हुए तथाकथित पत्रकारों में हड़कम्प की स्थिति है।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि ट्रेक्टर व जेसीबी मालिक जोगिन्दर सिंह जोकि सिडकुल स्थित कम्पनियों मंे ठेके लेते हैं ने 15 फरवरी को सिडकुल थाने में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में आरोप लगाया हैं कि दो युवक पत्रकारिता की आड़ में अपनी पहुंच की धौस दिखाकर 20 हजार की डिमांड कर रहे हैं। जिसके एवज में दोनों कथित पत्रकार उससे 10 हजार ले चुके हैं, लेकिन बाकी 10 हजार देने के लिए लगातार दबाब डालते हुए परेशान कर रहे है। पुलिस ने ठेकेदार की तहरीर पर दोनों कथित पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तलाश शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने ठेकेदार से पत्रकारिता की धौंस दिखाकर जबरन पैसा मांगने वाले दोनों आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम नवनीत शर्मा निवासी मंगल विहार कॉलोनी धीरवाली ज्वालापुर और विनीत कौशिक निवासी महादेवपुरम सिडकुल बताया है। पुलिस ने दोनों कथित पत्रकारों से ठेकेदार से वसूले गये 10 हजार रूपये बरामद कर लिए। जिनके खिलाफ पुलिस ने सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि आज कल देखा जा रहा है कि जगह-जगह में फर्जी पत्रकारों द्वारा पत्रकारिता के नाम पर कुछ नाकारात्मक तत्व अवैध वसूली और धमकी देने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जिसके सम्बंध में उनके द्वारा मातहत को स्पष्ट रुप से निर्देशित किय गया है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ बिना कोई नरमी दिखाए सख्त कार्यवाही की जाए।
