
मीडिया को स्कूटी से जिला अस्पताल जाने से रोका
अन्य स्कूटी सवारों को दी जाने की अनुमति
स्नान पर्वो पर कवरेज को पास जारी करने पर उठे कई सवाल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कुंभ मेले के तीसरे बैशाखी स्नान पर्व पर मीडिया को जारी पास को तैनात पुलिस कर्मियों व अधिकारियों ने नाकार दिया। जिसको लेकर कवरेज को जाने के लिए मीडियों कर्मियों को जवानों के अभद्रता का शिकार होना पड़ा। मेला आईजी द्वारा जारी मीडिया पास को लेकर सवाल कई खडे हो रहे है। समय आने पर जिसका जबाब मेला आईजी को देना होगा। ऐसे ही एक मामला बाल्मिकी चौक पर तैनात प्रशिक्षुक सीओ द्वारा मेला आईजी के द्वारा जारी किए गए मीडिया पास को सिरे से खारिज कर दिया गया। जबकि अन्य दो पहिया वाहनों को जाने की अनुमति दी गई। जब सीओ से इस संबंध में जानकारी चाहिए तो दो टूक जबाब दिया कि हमारी मर्जी है किसको जाने दे या किसको ना जाने दे। जिसके बाद सवाल ये उठता है कि मेले में तैनात ऐसे पुलिस अधिकारी आलाधिकारियों के आदेश का पालन न कर अपनी मनमर्जी से ड्यूटी निभा रहे हैं। जिसको लेकर मीडिया कर्मियों में रोष व्याप्त है।
बताते चले कि कुंभ मेला स्नान पर्वो के कवरेज करने के लिए मेला आईजी द्वारा मीडिया पास जारी किए गए हैं। आज आज दोपहर करीब 1:00 बजे एक मीडिया कर्मी अपने दो पहिया वाहन से कनखल सन्यास रोड स्थित कैम्प में लगी आग, जिस में घायलों की जानकारी लेने के लिए जिला अस्पताल जा रहा था। बाल्मीकि चौक पर तैनात प्रशिक्षुक सीओ विभव सैनी ने रोक लिया, जब मीडियाकर्मी ने मेला आईजी द्वारा जारी किया गया मीडिया पास दिखाया गया तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया गया कि यह मीडिया पास निरस्त है, इसलिए आपको दो पहिया वाहन से जिला अस्पताल जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जबकि सड़क सूनी पड़ी थी। इसी दौरान एक स्कूटी सवार को वहां से जाने दिया गया, इस संबंध में जब मीडियाकर्मी ने जानना चाहा तो अन्य प्रशिक्षुक सीओ विभव सैनी ने दो टूक जवाब दिया कि उनकी मर्जी है किसको जाने दे या ना जाने दे, तुमको मना कर दिया है तो नहीं जाने दिया जाएगा, अगर जाना है तो पैदल जाओ।
जिसके बाद मेला आईजी कार्यालय से जारी किए गए मीडिया पास पर सवाल खड़े हो गए हैं या फिर यह कहे की ऐसे अधिकारी अपने आलाधिकारियों द्वारा जारी पास पर कोई रुचि नही दिखा रहे है और उनके आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसे अधिकारियों के व्यवहार की वजह से आलाधिकारियों की छवि को धूमिल करने के साथ साथ मेला खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों की वजह से जनता में भी कुंभ मेले की व्यवस्था को लेकर गलत संदेश जाने की वजह भी बनती है। जिसको लेकर मीडिया कर्मियों में रोष व्याप्त हैं।
जब मीडिया पास के निरस्त को लेकर मेला आईजी पीआरओ उपनिरीक्षक मनोज नेगी से सम्पर्क कर जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि मेला आईजी द्वारा जारी मीडिया पास मान्य है, निरस्त नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एक समान्य जवान की बात तो छोडो एक जिम्मेदार अधिकारी अपने आलाधिकारी द्वारा जारी पास को निरस्त करने की बात कहते हुए गैर जिम्मेदारना व्यवहार किया गया। यह समझ से परे हैं जोकि किसी के समझ नहीं आ रहा है। बता दें कि सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर भी बाल्मिकी चौक पर तैनात प्रशिक्षुक सीओ द्वारा मरीज को पैदल उपचार के लिए जिला अस्पताल जाने से इंकार कर दिया था, इतना ही नहीं जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक को भी ड्यूटी पर जाने से रोका गया था।
बैशाखी स्नान पर्व पर कवरेज को लेकर मीडिया कर्मियों को अलग——अलग मेला क्षेत्र मीडिया कर्मियों को पास निरस्त की बाते सुननी पड़ी और कवरेज के लिए तैनात जवानों की अभद्रता का भी शिकार होना पड़ा। सवाल यह उठता हैं कि मीडिया पास स्नान पर्वो पर ही कवरेज के लिए जारी किये जाते हैं सामान्य दिनों में पास की अवश्यकता ही नहीं पड़ती। अगर स्नान पर्वो पर ही जारी मीडिया पास को निरस्त करना हैं तो पुलिस अधिकारियों को मीडिया को पास जारी करने की क्या जरूरत हैं?