
सफाई व्यवस्था व विकास के लिए मुझे जेवर बेचने पडे पीछे नहीं हटुगी
मेयर अनिता शर्मा व कांग्रेसी सहित सयुंक्त मोर्चा पार्षदों ने लगाये आरोप
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार मेयर अनिता शर्मा ने आरोप लगाया कि शहर को कूडे में तब्दील करने की साजिश रचते हुए उनको बदनाम करने का प्रयास नगर विकास मंत्री द्वारा किया जा रहा है। नगर आयुक्त शहर की सफाई व्यवस्था सहित विकास कार्यो में उनका कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है। अब केआरएल कम्पनी कर्मियों द्वारा चारधाम यात्रा के पिक समय सहित गंगा दशहरा स्नान पर्व पर अचानक हडताल पर जाकर शहर के भीतर जगह-जगह कूडे के ढेर के अम्बार लगने शुरू हो गये है। जिससे स्थानीय नागारिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं, वहीं देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं सहित पर्यटकों के मन में हरिद्वार की छवि को धुमिल करने तथा उसको झुकाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन वह किसी भी कीमत पर उनके आगे झुकने वाली नहीं है। यदि शहर की सफाई व्यवस्था व विकास के लिए उसको अपने जेवर गिरवी या बेचने भी पडे तो वह पीछे नहीं हटेगी। मेयर अनिता शर्मा आज कांग्रेसी व सयुंक्त मोर्चा के पार्षदों के साथ प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्राकारों से रू-ब-रू हो रही थी। उन्होंने कहा कि शहर की बिगड़ती सपफाई व्यवस्था के लिए वह अकेली ही जिम्मेदार नहीं है। उसके लिए शहर के विधायक एवं नगर विकास मंत्री भी जिम्मेदार है। शहर की जनता ने उनको जीता का शहर विधायक बनाया है। उनकी भी नैतिक जिम्मेदारी शहर के लिए बनती है। लेकिन नगर विकास मंत्री ही नहीं चाहते कि कांग्रेस की मेयर अनिता शर्मा ठीक ढंग से काम करें, तभी तो नगर आयुक्त सहित कर्मियों पर उनको सहयोग न करने के लिए दबाव बनाये हुए है, ना तो नगर आयुक्त और ना ही कर्मी ही उनकी नहीं सुन रहे है। उन्होंने बताया कि उनपर कभी केआरएल का बिल पास करने तो कभी कोई ओर आरोप लगाकर उनकी छवि को बिगाड़ने की कौशिश की जा रही है। लेकिन शहर की जनता जानती हैं कि वास्तव में नगर निगम को किस ने राजनीति का मैदान बना दिया है। यदि कांग्रेस या फिर सयुंक्त मोर्चा के पार्षद अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था के लिए कर्मियों को कहा जाता हैं तो उनकी बातों को अनसुना कर दिया जाता है। लेकिन वहीं भाजपा के पार्षद फोन करते हैं तो तुंरत सफाई व्यवस्था या फिर कूडा उठाने की कार्यवाही कर दी जाती है। नगर निगम के भीतर पार्षदों केे क्षेत्रों से भी भेदभाव अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर विकास मंत्री व भाजपाईयों को राजनीति छोड कर शहर की सफाई व्यवस्था व विकास पर ध्यान देना चाहिए, शहर केवल मेयर का नहीं बल्कि उनका भी है। यदि सफाई के लिए तीर्थनगरी व मेयर की छवि खराब होती हैं तो कही न कही उसमें उनकी छवि भी प्रभावित होगी। शहर हित में नगर निगम में ऐसा नगर आयुक्त नियुक्त होना चाहिए जोकि निगम को समय दे सकें। मेयर अनिता शर्मा ने कहा कि शहर हित में वह केन्द्रीय मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियांल निशंक से मिलकर भी नगर निगम में हो रही राजनीति से अवगत कराते हुए उसके समाधान के लिए सहयोग की अपील करेगी, ताकि शहर को स्वच्छ व सुन्दर बनाते हुए विकास के पथ पर अग्रसर किया जा सकें। प्रेसवार्ता के दौरान पार्षद अनुज सिंह, अनिल वशिष्ठ, राम सिंह कोरी, पूर्व पार्षद एवं मेयर पति अशोक शर्मा आदि मौजूद थे।