■315 बोर का एक तमंचा, एक खोखा कारतूस और टूटे हुए बेसबाल के डण्डे बरामद
■खेत में पानी देने के दौरान सटे खेत में कटी फसल में पानी जाने पर की थी हत्या
■हत्या की सूचना पर एसएसपी, एसपी देहात ने किया था देर रात घटना स्थल का निरीक्षण
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। खेत में पानी देने के दौरान सटे खेत में कटी फसल में पानी चले जाने को लेकर हुए विवाद में मारपीट के बाद गोली मारकर हत्या करने वाले फरार तीन हत्यारोपियों को पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने सूचना पर नारसन क्षेत्र से दबोच लिया। पुलिस ने हत्यारोपियों की निशानदेही से हत्या में इस्तेमाल एक 315 बोर का तमंचा, एक खोखा और टूूटे हुए बेसबाल के डण्डे बरामद किये है। जबकि हत्या में शामिल चार आरोपी अभी भी फरार हैै। जिनकी पुलिस टीम सरगर्मी से तलाश में जुटी है। तीनों हत्यारोपियों को दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। इस बात की जानकारी एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने गुरूवार को कोतवाली मंगलौर परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि ग्राम कुंआहेडी रोड नारसन मंगलौर में 23 अप्रैल 24 की रात को सूचना मिली कि एक ग्रामीण की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। सूचना पर देर रात वह स्वयं और एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह समेत पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए पीडित परिवार समेत गांव के लोगों से जानकारी ली। मृतक की मां श्रीमती संगीता की ओर से तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि उसका बेटे भरतवीर 22 अप्रैल की रात को खेत पर पानी देने गया था। इसी दौरान हमारे खेत से सटे खेत में पानी चला गया। आरोप हैं कि इसी बात को लेकर खेत के लोगों ने उसके बेटे के साथ गाली गलोच करते हुए मारपीट की और बाद में गोली मारकर हत्या कर दी। पीडिता ने सात लोगों पर बेटे की हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के सम्बंध अन्य ग्रामीणों से जानकारी जुटाते हुए नामजद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। लेकिन सभी आरोपी गांव छोड़ कर फरार हो गये, जिन्होंने अपने-अपने मोबाइल स्वीच ऑफ कर दिये। हत्यारोपियों को दबोचने के लिए पुलिस टीम गठित की गयी। जिसमें सीआईयू को भी शामिल किया गया। हत्यारोपियों ने फरार होते ही अपने-अपने मोबाइल स्वीच ऑफ कर दिये। जिसकारण पुलिस टीम को उनकी लोकेशन मिलना काफी मुश्किल भरा रहा। लेकिन ने हत्यारोपियों तक पहुंचने के लिए मुखबिरों की भी मदद लेते हुए उनके सम्भावित ठिकानों और रिश्तेदारों के लगातार छापेमारी की गयी। लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस की टीम लगातार हत्यारोपियों का पीछा करते हुए उनकी तलाश में जुटी रही।
कप्तान ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबिर से 01 मई की शाम अहम जानकारी हाथ लगी। जिसको गम्भीरता से लेते हुए सीआईयू के साथ मिलकर मिले सुराग के आधार पर नारसन क्षेत्र में छापामार कर तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी निशानदेही से पुलिस ने 315 बोर का एक तमंचा, एक खोखा और टूटे हुए हुऐ बेसबाल के डण्डे बरामद किये। पूछताछ के दौरान हत्यारोपियों ने अपने नाम नकुल उर्फ काला पुत्र बृजेश, धीरज पुत्र राजेश और कुलबीर पुत्र कालूराम निवासीगण नारसन कलां मंगलौर हरिद्वार बताया है। जबकि हत्या में शामिल चार आरोपी अभी भी फरार है। जिनकी पुलिस टीम सरगर्मी से तलाश में जुटी है। जिनको शीध्र गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।
हत्यारोपियों को दबोने वाली टीम में सीओ मंगलौर विवेक कुमार, प्रभारी निरीक्षक अमर चन्द शर्मा, एसएसआई धर्मेन्द्र राठी, उपनिरीक्षक रफत अली, उपनिरीक्षक देवेन्द्र तोमर, उपनिरीक्षक हेमदत्त भारद्वाज, कानि0 राजेश देवरानी, कानि0 पंकज चौधरी, कानि0 सुशील, कानि0 केडी राणा, कानि0 जफर हुसैन और महिला होमगार्ड बोवी शर्मा शमिल रहे।