
इनामी का बैंक खाता व एफडी फ्रीज, 13 लाख 41 हजार हैं जमा
आरोपियों में अभ्यार्थी भी शामिल, तीन लाख व शैक्षणिक दस्तावेज बरामद
एसआईटी अब तक कर चुकी प्रकरण मे 9 आरोपियों को गिरफ्तार
पूछताछ में इनामी ने की एसआईटी से महत्वपूर्ण जानकारी की साझा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एसआईटी टीम को जेई/एई प्रकरण में बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस प्रकरण में एसआईटी टीम ने पचास हजार के इनामी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में अभ्यार्थी भी शामिल है। एसआईटी ने इनामी के बैंक खाते व एफडी को फ्रीज किया गया है। जोकि आरोपी और उसकी बहन के नाम पर हैं। जिनमें 13 लाख 41 हजार जमा है। वहीं अभ्यर्थी समेत दो से कुल तीन लाख की नगदी व शैक्षणिक दस्तावेज बरामद किये है।
जिन्होंने पैसों के लालच में उदाहेडी मंगलौर में किराए के मकान में अभ्यर्थियों को एकत्रित कर पेपर उपलब्ध करा कर मोटी रकम ली गई थी। जिनके खिलाफ एसआईटी ने मुकदमा दर्ज कर किया गया है। एसआईटी टीम अब तक जेई/एई प्रकरण में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। इस बात की जानकारी एसएसपी अजय सिंह ने कोतवाली रानीपुर परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि एसआईटी जेई/एई प्रकरण में पूर्व में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसी कड़ी में एसआईटी टीम ने फरार 50 हजार के इनामी अनुराग पांडे उर्फ कुमार अनुराग पुत्र उमेश कुमार निवासी ग्राम सरया पोस्ट डुमरी थाना बासखेडी बलिया उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है। जोकि इस प्रकरण के आरोपी संजीव चतुर्वेदी का रिश्तेदार है, जिसको एसआईटी पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसआईटी टीम ने इनामी के बैंक खाते और एफडी जोकि उसके व उसकी बहन के नाम पर है। जिसमें करीब 13 लाख 41 हजार रूपये जमा है को फ्रीज किया गया है। पूछताछ के दौरान इनामी अनुराग पांडे ने एसआईटी से महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
एसएसपी ने बताया कि इसी दौरान एसआईटी टीम ने दो और आरोपियों विशु बेनीवाल पुत्र कृष्णपाल निवासी मंडावली मंगलौर हरिद्वार और अवनीश उर्फ अश्वनी पुत्र विजेंद्र निवासी नारसन खुर्द मंगलौर हरिद्वार को दबोचा हैै। जिनमें विशु बेनीवाल जेई/एई का अभ्यार्थी था, दोनों ने पैसों के लालच में उदाहेडी मंगलौर में किराए के मकान में अभ्यर्थियों को एकत्रित कर पेपर उपलब्ध करा कर मोटी रकम ली गई थी। जिनके पास से एसआईटी टीम ने तीन लाख रूपये बरामद किये हैं। जिनमें विशु बेनीवाल से एक लाख और अवनीश से दो लाख समेत शैक्षणिक दस्तावेज बरामद हुए है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपी राजपाल को रिमांड में लिया गया था। जिसने अवैध धनराशि से लक्सर के ज्वेलर्स से करीब 3 लाख 60 हजार के जेवर खरीदे थे। जीएसटी से बचने के लिए ज्वेलर्स ने आरोपी राजपाल को कच्चा बिल दिया गया था। ज्वेलर्स के विरुद्ध कच्चा बिल देकर जीएसटी चोरी करने के संबद्ध में संबंधित को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि एसआईटी टीम अब तक जेई/एई प्रकरण में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें 6 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जिनके एसआईटी टीम ने इनामी समेत तीनों को दर्ज मुकदमें में निरूद्ध करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पत्रकार वार्ता के दौरान क्राइम एसपी रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार मौजूद रहे।