बाल हितैषी हरिद्वार कुंभ की संकल्पना की कार्यशाला आयोजित
लीना बनौधा
हरिद्वार। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से बाल हितैषी हरिद्वार महाकुंभ 2021 की संकल्पना की सफलता के लिए गुरूवार को मेला नियंत्रण सभागार में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर मेलाधिकारी दीपक रावत ने शुभारंभ किया। कार्यशाला में बच्चों के शोषण को रोकने के लिए विभिन्न उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ ही पुलिस या चाइल्ड लाइन के माध्यम से उनकी मदद करने की जरूरत पर बल दिया गया।
मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि मेला क्षेत्रा में कहीं पर बालश्रम न हो। इसका हमें ध्यान रखना चाहिए। विशेषकर ढाबों, होटलों आदि में भी बालश्रम रोकने के लिए वालंटियर और बाल अधिकारों के संरक्षण से जुड़े संस्थाओं को भी इस दिशा में कार्य करना होगा। पुलिस का भी इसमें सहयोग मिल रहा है और आगे भी मिलेगा। बाल अध्किारों और उनका शोषण रोकने के संबंध में प्रावधनों की जानकारी नरेश पारस चाइल्ड राइट एक्सपर्ट समन्वयक महफूज सुरक्षित बचपन आगरा उत्तर प्रदेश ने दी।
उन्होंने कहा कि ऐसे किसी बच्चों के बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति या उनके शोषण की जानकारी मिलने पर पुलिस नियंत्रण कक्ष के नंबर 112, चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन 1098 और मेला नियंत्राण भवन सीसीआर के हेल्पलाइन नंबर 01334-224457 पर सभी से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि जो बच्चे कानून का उल्लंघन करते पाए जाते हैं उन्हें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है। बाल कल्याण समिति बाल न्याय पीठ के समान कार्य करता है। यदि किसी वालंटियर को मिलता है तो वह निर्धरित प्रक्रिया पूरी करनी होती है। बच्चों से भिक्षावृत्ति कराना अपराध की श्रेणी में आता है। और दंडनीय अपराध् है। लाउडस्पीकरों के माध्यम से लोगों को भिक्षावृत्ति के प्रति जागरूक करने की जरूरत बताई गई।
बैठक में अपर मेलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, सीओ सिटी अभय सिंह, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य सहित बड़ी संख्या में वालंटियर मौजूद रहे।
