मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नगर आयुक्त नंदन कुमार (आईपीएस) के निर्देश पर नगर निगम हरिद्वार द्वारा स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चलाया जा रहा विशेष सफाई अभियान को तेजी से चलाया जा रहा है। नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शहर की सफाई व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। यह पूरा अभियान नगर निगम अधिनियम एवं संबंधित नियमों के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है।
इसी क्रम में आज नगर निगम अधिकारियों द्वारा कई वार्डों में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अनुबंधित सफाई फर्मों द्वारा कुछ वार्डों में निर्धारित समय पर कूड़ा एकत्र नहीं किया जा रहा है। स्वच्छता व्यवस्था में इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम प्रशासन ने दोनों फर्मों पर 25 हजार का चालान किया गया है।
नगर आयुक्त नंदन कुमार ने कहा कि स्वच्छता व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक एजेंसी और कर्मचारी की कार्यप्रणाली पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। शहर की सफाई हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। स्वच्छता को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से नगर निगम द्वारा अपने सुपरवाइज़रों के माध्यम से शहर भर के जीवीपी पर सख़्त निगरानी रखी जा रही है।
सुपरवाइज़र इन स्थलों पर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रहे हैं तथा लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। निगरानी और दंडात्मक कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए निगम प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए नगर निगम के सभी 36 सुपरवाइज़रों को चालान करने का अधिकृत अधिकार प्रदान किया है। उन्हें उत्तराखंड एंटी लिटरिंग एवं एंटी स्पिटिंग एक्ट, 2016 के अंतर्गत प्रतिदिन चालान जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
नगर निगम ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे कूड़ा निर्धारित स्थानों पर ही डालें, सफाई कर्मियों के कार्य में सहयोग करें और गंदगी फैलाने से बचें, ताकि हरिद्वार को स्वच्छ, सुंदर और आदर्श नगर के रूप में बनाए रखने में सभी की सहभागिता सुनिश्चित हो सके।
