
*चिकित्सा शिविरों में सवा लाख कांवडियों ने पहुुंचकर ली स्वास्थ्य सेवाएः डॉ. राजेश गुप्ता
*कांवड मेले के दौरान चिकित्सा शिविरों में किसी की भी नहीं हुई मौत
*सांप काटने के 13 कांवडियें उपचार के लिए चिकित्सा शिविरों में पहुंचे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कांवड यात्रा में जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है। कांवड मेले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में स्थापित किये गये 24 अस्थाई चिकित्सा शिविरों के माध्यम से बीमार, दुर्घटनाग्रस्त कांवडियों की दिन-रात सेवा करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। अगर स्वास्थ्य विभाग के आकंडों की बात करें तो कांवड मेला क्षेत्र में स्थापित स्वास्थ्य विभाग के अस्थाई चिकित्सा शिविरों में करीब सवा दो लाख कांवडियों ने चिकित्सा शिविरों में पहुंचकर अपना उपचार कराया है।

सीएमओ हरिद्वार डॉ. आरके सिंह ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश प्राप्त हुए थे कि कांवड मेले में आने वाले कांवडियों को उचित और अच्छी सेवाए उपलब्ध कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कांवडियों को स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराने के लिए 24 चिकित्सा शिविर मेला क्षेत्र में लगाये गये थे, जिनमें 5 स्थाई चिकित्सा कंटेनर शामिल थे। इसके अलावा 10 समाजिक संस्थाओं और एनजीओ द्वारा चिकित्सा शिविर के माध्यम से कांवडियों को स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध करायी गई।

कांवड मेला स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि कांवड मेले में तैनात चिकित्सकों व कर्मियों ने बडी ही ईमानदारी और पूरी तन्मयता के साथ कांवडियों को स्वास्थ्य लाभ देते हुए सेवा की है। विशाल कांवड मेले में स्थापित चिकित्सा शिविरों से किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा शिविरों के माध्यम से अब तक सवा दो लाख कांवडियों को स्वास्थ्य सेवाए प्रदान की गई है। जिनमें सबसे अधिक संख्या दुर्घटनाग्रस्त और उल्टी दस्त की शिकायत के मरीजों की है। कांवड मेले में सबसे अच्छी बात यह रही कि चिकित्सा शिविरों में किसी भी मरीज की कोई मौत नहीं हुई है। बल्कि 08 मरीजों को उपचार के लिए लाया गया था, तोकि मृत हालत में थे।

उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिविरों में सांप काटने के 13 कांवडिये पहुंचे थे, जिनका उपचार के बाद भेज दिया था, जोकि सुरक्षित है। शिविरों में कार्यरत चिकित्सकों व कर्मचारियों को कांवड जैसे विशाल मेले में छोटी मोटी तो परेशानी हर शख्स को होती है। लेकिन ऐसी कोई बड़ी परेशानी स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को नहीं हुई। कांवड मेले में स्थापित चिकित्सा शिविरों को कांवडियों के प्रस्थान हो जाने और जलाभिषेक के बाद हटा लिया जाएगा।
