 
                जिला अस्पताल में ढाई माह बाद पुनः आकस्मिक सेवाए शुरू
आकस्मिक कक्ष में सुविधाओं से सम्पन्न 6 बैड स्थापित
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल में ढाई माह बाद नये क्लेवर के साथ जरूरी सुविधाओं के युवक्त पुनः आकस्मिक सेवाएं शुरू हो गयी। आकस्मिक सेवा कक्ष का उद्घाटन पीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी और वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ. संदीप टंडन ने सयुंक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक समेत स्टाॅफ मौजूद रहा।
इस अवसर पर पीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी ने कहा कि हरिद्वार तीर्थनगरी का जिला अस्पताल हर मायने में अति महत्वपूर्ण है। तीर्थनगरी में मेला स्नान पर्वो को आयोजन रहता हैं, जिसमें देश-विदेश से लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं को अगमन बना रहता है। तीर्थनगरी में करोड़ों श्रद्धालुओं को देखते हुए जिला अस्पताल की आकस्मिक सेवा कक्ष बेहद सकरा था। जिसमें आपात की स्थिति में मरीजों के उपचार करने में चिकित्सकों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता था।
उन्होंने बताया कि आकस्मिक सेवा कक्ष में बैड की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य सुविधा स्थान की कमी के कारण उपलब्ध नहीं थी। लेकिन मौजूदा वक्त में आकस्मिक सेवा कक्ष का विस्तार कर आधुनिक बनाया गया है। जिसमें आक्सीजन, माॅनिटर समेत अन्य सुविधाओं से युक्त 6 बैड की व्यवस्था की गयी है। जिसका लाभ आपात स्थिति में मरीजों को उपचार के दौरान जरूर मिलेगा।

वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ. संदीप टंडन ने कहा कि किसी भी चिकित्सालय की ताकत उसकी सभी सुविधाओं से युक्त आकस्मिक सेवा कक्ष होता है। यदि चिकित्सालय का आकस्म्कि सेवा कक्ष आधुनिक व सभी सुविधाओं से युक्त हैं, तो गम्भीर से गम्भीर मरीज की जान को बचाया जा सकता है। जिला अस्पताल की आकस्मिक सेवा कक्ष वर्षो पुराना था।
उन्होंने कहा कि जिसमें स्थान ना होने के कारण उसमें एक बैड व दो टेबल के द्वारा ही आकस्मिक सेवा कक्ष से मरीजों को सेवाएं दी जा रही थी। लेकिन अब जिला अस्पताल के आकस्मिक सेवा कक्ष को हाईटेक कर दिया गया है। जिसमें पहले से अधिक सुविधाओं से सम्पन्न 6 बैड स्थापित किये गये है। जिनका लाभ जहां मरीजों को मिलेगा, वहीं चिकित्सक को भी आपात की स्थिति में मरीज को उपचार देने में कोई परेशानी नहीं होगी।
चिकित्साधिकारी डाॅ. चंदन मिश्रा ने कहा कि जिला अस्पताल में शुरू से ही सुविधाओं से सम्पन्न आकस्मिक सेवा कक्ष की मांग की जा रही थी। लेकिन अब जाकर अस्पताल को सुविधाओं से युक्त 6 बैडो को आकस्मिक सेवा कक्ष मिला है। आकस्मिक कक्ष को विस्तारिकरण को लेकर 26 दिसम्बर 22 से अभी तक मेला अस्पताल में आकस्मिक सेवाएं संचालित की जा रही हैं। लेकिन सोमवार से करीब ढाई माह बाद जिला अस्पताल में पुनः आकस्मिक सेवाएं शुरू कर दी गयी है।

 
                                     
                 
                 
                