
पुलिस को गुमराह करने के लिए दिल्ली से नेपाल जाने की कहानी गढी
सभी नेपाली सिड़कुल स्थित मार्केटिंग कम्पनी में करते हैं काम
पुलिस ने लाॅकडाउन की जानकारी देकर वापस कमरे पर भेजा
मुकेश वर्मा/ लीना बनौधा
हरिद्वार। बीती रात सिड़कुल से नेपाल भागने के प्रयास के दौरान पुलिस ने गश्त के दौरान बीस नेपालियों को दबोचा है। जिन्होंने दिल्ली से नेपाल जाने की बात कहते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद नेपालियों ने सच उगल दिया। जिनको पुलिस ने लॉकडाउन की जानकारी देकर उनको उन्हीं के किराये के मकान में भेज दिया। बताया जा रहा हैं कि नेपाली सिड़कुल स्थित मार्केटिंग कम्पनी में काम करते है और ब्रहा्रपुरी सिड़कुल में किराये पर रहते है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदेई कृष्णराज एस के अनुसार बीती रात पुलिस ने गश्त के दौरान रावली महदूद के पास अम्बेडकर चौक के पास बीस नेपालियों को पकड़ लिया। जिनसे पूछताछ करने पर नेपालियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करते हुए जानाकरी दी कि वह दिल्ली में काम करते हैं और नेपाल जाने के लिए तीन दिन पहले निकले है। पुलिस को उनकी जानकारी पर शक हुआ और मामले की जानकारी आलाधिकारियों को दी गयी। प्रथम दृष्ट्या लोगों की बात पर यकीन कर स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया और उनकी जांच की गयी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने जब नेपालियों से दोबारा पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया। नेपालियों ने बताया कि वह रावली महदूद ब्रहा्रपुरी सिड़कुल में ही किराये के मकान में रहते है और सिड़कुल स्थित एक मार्केटिंग कम्पनी में काम करते है। जिनकी जानकारी की सत्यता का पता लगाया गया तो दी गयी जानकारी सही पायी गयी। जिसपर पुलिस अधिकारियों ने नेपालियों को अवगत कराया गया कि देश में लाॅकडायन है इसलिए आप लोग यहां से नहीं जा सकते और उनको वापस उन्हीं के कमरे में भेज दिया। साथ ही उनसे उनके खाने व रहने में कोई दिक्कत पूछी गयी और उनको अधिकारियों के हैल्प नम्बर भी उपलब्ध् कराया गया। अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी हो तो अध्किारियों को फोन पर सूचित करे, उनकी मदद जरूर की जाएगी। सूत्रों के अनुसार मार्केटिंग कम्पनी में नेपाल मूल के 60 लोग काम करते हैं और एक ही मकान के अलग-अलग कमरों में रहते है। लेकिन उनमें से बीस नेपालियों ने ही लाॅकडाउन के दौरान नेपाल भागने का प्रयास किया था। इस घटना के बाद पुलिस सतर्क हैं और ऐसे इलाकों में जहां पर सिड़कुल की विभिन्न कम्पनियों में काम करने वाले कर्मी किराये पर रहते है। जोकि पडौसी राज्य के रहने वाले हैं, वहां पर चौकसी बढ़ाते हुए उनपर भी नजर रखी जा रही है।