
चिकित्सक व स्टाॅफ जिला अस्पताल में हुए शिफ्रट
जिला अस्पताल में आम मरीजों की संख्या में आयी कमी
बिना मास्क के अस्पताल के प्रवेश पर लगी रोक
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राजकीय मेला अस्पताल की कई यूनिटों को बंद करते हुए स्टाॅफ को जिला अस्पताल में शिफ्रट किया गया। जिनकी सेवाएं जिला अस्पताल में ली जा रही है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है। राजकीय मेला अस्पताल को कोरोना नोडल सेंटर बनाया गया है। जहां पर कोरोना वायरस के संदिग्ध् मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया हैं। जिसमें फिलहाल चार संदिग्ध् मरीजों का उपचार जारी है। जिनके सैम्पल जांच के लिए दिल्ली भेजे गये है। बताते चले कि कोरोना वायरस संदिग्ध् मरीजों की संख्या मेें इजाफा देखते हुए अस्पताल प्रबंधन की ओर से आम तौर पर उपचार के लिए राजकीय मेला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए वहां पर चलने वाली डेंटल, फिजियोथैरेपी, आई आदि को तत्काल बंद कर दिया गया है। मेला अस्पताल में केवल अल्ट्रासाउड और डायलेसिस की यूनिट काम कर रही है, जबकि अल्ट्रासाउड भी चिकित्सकों की संस्तुति पर इमरजेंसी केस के मरीजों के लिए की जा रही है। मेला अस्पताल में बंद की गयी यूनिट चिकित्सक व स्टाॅफ को जिला अस्पताल शिफ्रट किया गया है। मेला अस्पताल के आइसोेलेशन वार्ड में मौजूदा समय पर चार कोरोना वायरस के संदिग्ध् मरीज उपचाराधिन है। जिनमें बीते दिन एक बहादराबाद का 16 वर्षीय युवक और देर रात दिल्ली से लौटते समय डोईवाला देहरादून निवासी युवती को बुखार और खांसी की शिकायत पर आइसोलेकशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। जिनके सैम्पल लेकर जांच के लिए दिल्ली भेज दिये गये है। वहीं जिला अस्पताल में भी वहां पहुंचने वाले मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए एहिहातिक कदम उठाये गये है। जहां पर बिना मास्क के मरीजों व उनके तामीरदारों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है। साथ ही जिला अस्पताल में आमूमन उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में कमी आयी है। केवल जिला अस्पताल का रूख खांसी, बुखार से सम्बंधित मरीज ही कर रहे है। वैसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा खांसी व बुखार के मरीजों के लिए खास तौर पर अस्पताल परिसर में अलग से फ्रलू क्लीनिक सेंटर स्थापित किया गया है। लेकिन उसके बावजूद भी खांसी व बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। जिला अस्पताल के मेन गेट पर एक चैकीदार तैनात कर दिया गया है। जोकि जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों व उन परिजनों को संक्रमण से बचने के लिए अस्पताल में मास्क लगाकर जाने की हिदायद रहे है। कुछ मिला कर देखा जाए तो जिला अस्पताल में बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नहीं है। साथ ही अनावश्यक आने वाले लोगों पर कडाई से प्रतिबंध् लगा दिया गया है। जिला अस्पताल पीएमएस डाॅ. राजेश गुप्ता के अनुसार मेला अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जहां पर कोरोना वायरस के संदिग्ध् मरीजों को उपचार किया जा रहा है। इस लिए मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए यहां चलने वाली कई यूनिट को सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया है। मेला अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में देर रात डोईवाला की युवती की भर्ती के बाद अब यहां पर संदिग्ध् मरीजों की संख्या चार हो चुकी है।