अंकित की हत्या किसी ओर न नहीं बल्कि उसके दोस्त ने की
उधार के पैसे वापस ना देना हत्या की वजह बनी
हत्या में इस्तेमाल चाकू और खून से सनी शर्ट बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र में तीन माह पूर्व हुई युवक की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्रतार किया है। हत्यारोपी कोई ओर नहीं बल्कि मृतक का दोस्त निकला। हत्या की वजह पांच हजार की उधारी वापस ना करने पर दोस्त ने अंकित की चाकू से गोद कर हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही से हत्या में इस्तेमाल चाकू और खून से सनी शर्ट बरामद की है। पुलिस ने हत्यारोपी दोस्त के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। हत्या के खुलासे की जानकारी सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने सिडकुल थाना परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि 13 जून 22 की रात को लेबर चौक सिडकुल के पास युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। मृतक की शिनाख्त अंकित पुत्र ओंकार सिंह निवासी अमरोहा उत्तर प्रदेश हाल रावली महदूद सिडकुल के रूप में हुई थी। घटना के सम्बंध में मृतक के चाचा रमेश पुत्र कल्लू सिंह ने अज्ञात के खिलाफ सिडकुल थाने में तहरीर देकर 14 जून को हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। हत्या की वारदात के खुलासे के लिए सिडकुल थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल के नेतृत्व में टीम का गठन कर हत्यारोपी की तलाश शुरू की गयी थी। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरां को खंगाला गया। लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल के आसपास की घटना वाले दिन की मोबाइल फोन की लोकेशन को ट्रेस किया गया, कई संदिग्ध युवकों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसी दौरान मोबाइल नम्बर ट्रेस में एक नंबर सुनील मिश्रा का भी मिला। जोकि मृतक का मित्र था, मृतक अंकित के मोबाइल पर उसके कई बार उनसे बातचीत का ब्यौरा पुलिस के हाथ लग गया। इसी आधार पर सुनील मिश्रा शक होने पर उससे पूछताछ की गयी, लेकिन शुरूआती पूछताछ के दौरान वह पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन जब पुलिस टीम ने मृतक से बातचीत जानकारी मांगते हुए सख्ती दिखाई तो वह टूट गया और उसने सच उगल दिया।
सीओ देहात ने बताया कि सुनील मिश्रा पुत्र भगवानदीन मिश्रा निवासी गोला गोकर्णनाथ लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश हाल निवासी रावली महदूद सिडकुल ने खुलासा किया कि उसने ही अंकित की चाकू से गोद कर हत्या की थी। हत्या की वजह सुनील मिश्रा ने बताई कि अंकित ने उससे 5000 रुपए उधार लिए थे, उधारी की रकम समय पर ना देकर बार-बार वह उसे टरकाता रहा। जिसके बाद अंकित ने उसकी उधारी रकम देने से साफ इंकार कर दिया।
जिसको लेकर घटना वाले दिन उसकी अंकित से कहासुनी हुई थी और गुस्से में आकर उसने रात को ड्यूटी से वापस कमरे पर लौटते वक्त लेबर चौक के पास मौका देखकर अंकित की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसने हत्या में इस्तेमाल चाकू और शर्ट को छुपा कर वह नाईट ड्यूटी पर चला गया। पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही से हत्या में इस्तेमाल चाकू व हत्या के वक्त पहनी खून से सनी शर्ट बरामद कर ली। पुलिस न हत्यारोपी को मेडिकल के बाद न्न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
