वेदप्रकाश चौहान
हरिद्वार। प्रधानमंत्री कार्यालय के सेक्शन अधिकारी अनंत कुमार ने हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रकाश चौहान व उनके बेटे संजय चौहान को यातनाएं देने के आरोप की शिकायत पर मामले में जांच के आदेश जारी किये है। पीडित पत्रकार द्वारा प्रधानमंत्री को भेजे गये अपने शिकायती पत्र में तत्कालीन आईपीएस अधिकारी व तीन पुलिस अधिकारी पर आरोप लगाया हैं कि 6 अगस्त को उसको व उसके बेटे को गंभीर यातनाएं देते हुए झूठा पोक्सो का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। आरोप हैं कि वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश व उनके बेटे संजय चौहान को झूठे मुकदमें में साजिश के तहत फंसाने वाले तत्कालीन नगर कोतवाली के दो प्रभारी निरीक्षक व महिला उपनिरीक्षक ने वरिष्ठ पत्रकार को कोतवाली में बुलाकर गंभीर यातनाएं दी। जिसकी जानकारी तत्कालीन आईपीएस अधिकारी को थी। जिसको लेकर हरिद्वार के पत्रकारों ने धरने प्रदर्शन किए इस घटना को लेकर हरिद्वार जनपद के वरिष्ठ नागरिकों ने केंद्रीय गृह को पत्र भेजकर इनकी संपत्ति की जांच तथा सेवाएं समाप्त करने की मांग की है, इसके अलावा इनके प्रमोशन पर भी रोक लगाने की मांग केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर की गई है। इन चारों अधिकारियों ने 60 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार को पुलिस के खिलाफ सच्चाई छापने पर गंभीर परिणाम भुगतने की कई बार धमकी दी जा चुकी थी इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार ने पूर्व में भी कई पत्र उत्तराखंड सरकार को दिए थे, लेकिन उनके किसी भी पत्र पर उत्तराखंड सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके गंभीर परिणाम पत्रकार व उसके परिवार को भुगतने पड़े। हरिद्वार के व्यापारियों ने हरिद्वार पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इनकी सेवाएं समाप्त करने की मांग की है।
