
दोनों ओर से हुआ लाठी-डण्डे व धारदार हथियार का इस्तेमाल, मची भगदड़
समझौते के लिए बुलाये गये नेता जी पर भी हमला, सिर फोडा
तीन को अधिक घायल होने पर भेजा जिला अस्पताल, अन्य निजी अस्पताल पहुंचे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। प्लाट पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर खूनी सघ्ंर्ष हो गया। घटना से क्षेत्र में भगदड़ मच गयी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बामुश्किल लोगों को शांत किया। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्षों की ओर से करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये। जिनमें तीन लोगों को अधिक चोट आने पर उनको उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज गया। समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गयी है। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर देने की तैयारी कर रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चोरी गली गुघाल मन्दिर के पास ज्वालापुर स्थित एक प्लाट पर कब्जे को लेकर लम्बे समय से विवाद चला आ रहा है। जोकि न्यायालय में विचाराधीन बताया जा रहा है। इस प्लाट पर कब्जे को लेकर आज सुबह दो पक्ष आमने-सामने आ गये और दोनों के बीच खूनी संघर्ष छिड़ गया। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्षों की ओर से लाठी-डण्डों व धारदार हथियारों का जमकर इस्तेमाल किया गया। घटना से क्षेत्र में भगदड़ मच गयी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों को बामुश्किल शांत कराया। बताया जा रहा हैं कि खूनी सघर्ष में दोनों ओर से करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये। जिनमें तीन लोगों मुसरफ पुत्र यासिन, इसरार पुत्र वाहिद निवासीगण सराय ज्वालापुर और इरफान अली भाटी निवासी पीठ बाजार ज्वालापुर को अधिक चोटे आयी है। जिनको उपचार के लिए पुलिस ने जिला अस्पताल भेजा है। जबकि शेष घायलों ने निजी अस्पताल पहुंचकर अपना उपचार कराया। घायल मुसरफ ने बताया कि चोरी गली गुघाल रोड पर एक प्लाट पर वह इसरार, अमित शर्मा, अभिषेक शर्मा सहित कुछ लोगों के साथ बैठे थे कि इसी दौरान 15-20 लोगों की भीड मौके पर पहुंची और उनपर लाठी-डण्डों सहित धारदार हथियार से हमला बोल दिया। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्षों ने समझौते के लिए नेताजी इरफान अली भाटी को बुलाया था लेकिन उनको भी नहीं छोडा और उनको पर हमला बोलकर घायल कर दिया। जिनके सिर पर भी गम्भीर चोट आयी है। वहीं मामले के जानकार ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जिस प्लाट को लेकर खूनी संघर्ष हुआ है। वास्तव में उस प्लाट के करीब आधा दर्जन लोग दावेदार है। जिनमें पास प्लाट की रजिस्ट्री तक है। लेकिन प्लाट पर कब्जे को लेकर प्रोपर्टी डीलरों की रंजिश को देखते हुए वह पीछे हट गये। देखा जाए तो प्लाट के लिए खूनी संघर्ष दो प्रोपर्टी के बीच विवाद का नतीजा है। दोनों पक्ष ही उक्त प्लाट को अपना बताते हुए काबिज होने का प्रयास लम्बे समय से कर रहे है। इस प्लाट को लेकर दोनों पक्षों के बीच न्यायालय में भी वाद विचाराधीन है। इस प्लाट पर एक पक्ष मुसरफ, इसरार का कब्जा हैं जिसने उसमें गेट लगवा दिया। जिसकी जानकारी दूसरे पक्ष को लगते ही दूसरे पक्ष के लोगों ने बीती रात मौके पर पहुंचकर गेट का ताला तोड डाला। जिसकी जानकारी पहले पक्ष को लगी और सुबह मौके पर पहुंच कर वहां पर बैठा ही था कि दूसरा पक्ष भी अपने लोगों को लेकर पहुंचा। गेट का ताला तोड़ने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्षों में समझौते के लिए नेताजी इरफान अली भाटी को बुलाया गया। लेकिन उनकी भी एक न चली और दोनों पक्षों का विवाद इस कदर बढा कि दोनों पक्षों की ओर लाठी-डण्डों व धारदार हथियार निकल आये और जिनका जमकर इस्तेमाल किया गया। खूनी संघर्ष में दोनों ओर से करीब एक दर्जन लोग घायल हुए है। जिनमें तीन को अधिक चोटे आने पर अस्तपाल लाया गया हैं जबकि अन्य घायलों ने निजी चिकित्सक के पास पहुंचकर उपचार कराया है। बताया जा रहा हैं कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कार्यवाही को लेकर तहरीर देने की तैयारी कर रहे है। कोतवाली ज्वालापुर एसएसआई विकास भारद्वाज के अनुसार एक प्लाट को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। जिसकी सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी लेने के बाद तीन घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। दोनों ही पक्ष उक्त प्लाट पर अपनी दावेदारी जता रहे है। घटना के सम्बंध् में किसी भी पक्ष की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गयी है। तहरीर आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।