
पीडित परिवार के घर मंत्री व नेताओं का पहुंचने का सिलसिला जारी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। ऋषिकुल काॅलोनी में बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में फरार आरोपी के छह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। एसओजी सहित पुलिस की आठ टीम भी फरार आरोपी को कोई सुराग नहीं लगा सकी है। फरार आरोपी की गिरफ्रतारी पर सरकार द्वारा एक लाख का इनाम की घोषणा की गयी है। हरिद्वार मे हुई दिलदहलाने वाली घटना को शासन-प्रशासन सहित सरकार भी गम्भीरता से ले रही है। घटना की कमान गढवाल डीआईजी को सौंपी गयी है। जिनकी निर्देशन में स्थानीय पुलिस काम कर रही है। जबकि पुलिस ने फरार आरोपी पर शिंकजा कसंने के लिए उसके खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वांरट भी लिए गये है। वहीं घटना के फरार आरोपी की गिरफ्रतारी को लेकर लोगों में आक्रोश हैं। वहीं पीडित परिवार के घर पर राजनीतिक नेताओं व समाजिक संगठनों का संत्वना देने का क्रम लगातार जारी है। इसी क्रम में जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज भी पीडित परिवार के घर पहुंचकर अपनी सवेंदना प्रकट करते हुए फरार आरोपी की जल्द गिरफ्रतारी और दोषियों को कडी सजा दिलवाने का भरोसा दिलाया है। बताते चले कि नगर कोतवाली स्थित ऋषिकुल काॅलोनी में 20 दिसंबर को 11 साल की बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना ने समाज में रहने वाले हर तबके को झकझोर कर रख दिया है। वारदात में शामिल मुख्य आरोपी राम तीरथ यादव पुलिस की गिरफ्रतार कर लिया था। लेकिन मुख्य आरोपी का मामा राजीव मौके का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब रहा था। जिसपर पुलिस को गुमराह करने, घटना को छुपाने और शव को ठिकाने लगाने का प्रयास का आरोप है। उसके पुलिस की मौजूदगी में फरार हो जाने को लेकर पुलिस को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। आला अधिकारियों के निर्देश पर फरार आरोपी की गिरफ्रतारी के लिए एसओजी सहित आठ पुलिस टीमों का गठन कर उसकी तलाश में लगाया गया है। लेकिन घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी फरार आरोपी पुलिस की गिरफ्रतारी दूर है। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद उसका सुराग तक नहीं लगा पायी है। जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में भारी आक्रोश है, कई सामाजिक संगठन बालिका के हत्यारों को फांसी की मांग कर सड़क पर उतर आए हैं। पुलिस फरार आरोपी को तो गिरफ्रतार नहीं कर पा रही पर जो घटना के विरोध् में प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस उनके खिलापफ मुकदमा दर्ज कर रही है। पुलिस प्रशासन के इस कार्यवाही को लेकर जहां स्थानीय नगारिकों में रोष हैं तो वही विपक्षी राजनीति दलों सहित समाजिक संगठन भी पुलिस की इस कार्यवाही को जायज नहीं ठहरा रहे है। घटना को लेकर शासन-प्रशासन सहित सरकार गम्भीर हैं तभी तो सरकार ने फरार आरोपी की गिरफ्रतारी का इनाम 20 हजार से बढा कर एक लाख कर दिया। घटना को लेकर गढवाल डीआईजी नीरू गर्ग को घटना की कमान सौपी गयी। जिन्होंने 23 दिसंबर की रात को हरिद्वार पहुंचकर सीसीआर टाॅवर में जनपद के आला अधिकारियों से बैठक कर घटना की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली थी, 24 दिसंबर को डीआईजी ने पीड़ित परिवार से मिलकर संवेदना प्रकट करते हुए सांत्वना देते हुए भरोसा दिलाया था कि जल्द ही फरार आरोपी को गिरफ्रतार कर लिया जाएगा, लेकिन अभी तक पुलिस टीमें भी फरार आरोपी का सुराग तक नहीं लगा सकी है। पुलिस टीमें भी छह दिन बाद भी किसी नतीजे में नहीं पहुंची है। फरार आरोपी राजीव कुमार मूल रूप से सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला आखिर परिवार के साथ कहां छिप गया, जिसको पुलिस की आठ टीमें भी नहीं तलाश पा रही है। वहीं विभिन्न राजनीति दलों के नेताओं व समाजिक संगठनों के पदाध्किारियों का पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर अपनी सवेंदना प्रकट करने का सिलसिला जारी है। अब तक केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक, केबिनेट मंत्री एवं स्थानीय विधायक मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और शनिवार को जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज आदि आ चुके है।