
मेरे उपर लगे आरोप निराधार, छवि खराब करने का प्रयासः पार्षद पति
खबर लगाई को कोर्ट में खिंच लूंगाः गोपाल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एक महिला ने पार्षद पति समेत दो पर मकान पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। आरोप हैं कि पार्षद पति ने पहले उसके मकान को किराये पर दिलवाया, बाद में किरायेदार के द्वारा ही कब्जा करा दिया। वहीं एचआरडीए द्वारा आंवटित जनता फ्रलेट पर भी एक किरायेदार को भड़का कर उससे कब्जा करने का पीडिता ने आरोप लगाया है। पीडिता दोनों मकानों को कब्जा करने वाले दबंग लोगों से मुक्त कराने के लिए डीएम, एसएसपी समेत मुख्यमंत्री पार्टल पर भी न्याय दिलाने की गुहार लगा चुकी है। मगर उसके बावजूद भी पीडिता को कोई न्याय नहीं पा मिल रहा है। जिसके बाद पीडिता ने मीडिया के बीच आकर अपनी पीडा जाहिर की है।
बुला डू उर्फ बूला बोस पुत्री स्व. जगदीश चन्द्र डे निवासी वाटर वक्र्स काॅॅलोनी निकट शिवलोक काॅलोनी रानीपुर हरिद्वार ने प्रेस क्लब हरिद्वार में मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया हैं कि उसको एक मकान वाटर वक्र्स काॅलोनी में स्थित है। पार्षद पति ने जुलाई 2020 में सचिन नाम के एक व्यक्ति को किराये पर दिलवाया था। आरोप हैं कि किरायेदार सचिन और पार्षद पति ने मिलकर उसके मकान से विद्युत मीटर व पानी कनेक्शन को पीडी कर मोनिका नाम की किसी महिला के नाम पर करा कब्जा कर लिया। जबकि वह मोनिका नाम की महिला को जानती तक नहीं है। महिला ने बताया कि जब मामले की जानकारी उसको लगी तो उसने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और मोनिका के नाम पर बिजली व पानी कनेक्शन करा लिए जाने का विरोध् किया।
आरोप हैं कि उसको चुप रहने की धमकी दी गयी। इस सम्बंध् में पार्षद पति का फोन पर उनका पक्ष जानने पर उन्होंने मकान पर कब्जा करने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि उसकी मौजूदगी में बूला डे ने अपना मकान मोनिका को सात लाख में बेचा था। लेकिन अब उस मकान के ओर पैसे मांग रही है। जिसको लेकर वह उसकी छवि को खराब करने का प्रयास करते हुए बेतुके आरोप लगा रही है। लेकिन पार्षद पति ने मकान खरीदने के सम्बंध् में कोई दस्तावेज तैयार न करने की बात भी कही हैं। जिसको उन्होेंनेे जरूरी भी नहीं बताया हैं और अपने आप को मामले में पाक साफ साबित करने की कौशिश की हैै।
बूला डे ने बताया कि वहीं उसका एचआरडीए द्वारा आंवटित ई-10 सी जनता फ्रलेट शिवलोक काॅलोनी फेस-2 रानीपुर हरिद्वार स्थित है। जिसको उसने किराये पर गोपाल को किराये पर दिया था। जोकि समय समय पर किराया देता रहा। आरोप हैं कि पार्षद पति के भड़काने पर उसने किराया देना बंद कर कब्जा कर लिया। जब मकान खाली कराने को कहा गया तो उसके द्वारा भी धमकी दी जा रही है। इस मकान के सम्बंध् में लग रहे आरोपों पर फोन पर पार्षद पति ने स्पष्ट किया कि वह गोपाल को नहीं जानता। जब मीडिया कर्मी ने किरायेदार गोपाल सेे लगे आरोपों के सम्बंध में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि उसने यह मकान बूला डे से खरीदा है, जब ओर जानकारी चाही तो गोपाल ने मीडिया को ही धमकी दी कि अगर यह खबर चलाई तो कोर्ट में खिंच लूंगा और फोन को काट दिया। पीडिता ने प्रेसवार्ता के माध्यम से प्रशासन से मांग की हैं कि उसके दोनों मकानों पर कब्जाधारियों से मुक्त कराते हुए न्याय दिलाया जाए। प्रेसवार्ता में बाॅबी मौजूद रहे।