
सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ ने ज्वानिंग लेते ही किये दो ऑपरेशन
शहर की जनता को जनरल सर्जन की तैनाती का मिलेगा पूरा लाभ
मरीजों को अब निजी हॉस्पिटल की ओर नहीं लगानी पड़ेगी दौड़
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल में एक साल बाद जनरल सर्जन की तैनाती के बाद अब शहर के लोगों ने राहत की सास ली है। यू कोट वी पे योजना के तहत हुई तैनाती के बाद जिला अस्पताल को मिले जनरल सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ ने अपनी ज्वानिंग लेते हुए विधिवत रूप से ओपीडी में अपना काम करना शुरू कर दिया है। जिनके द्वारा ज्वानिंग लेते ही दो ऑपरेशन किये गये है।
जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. सीपी त्रिपाठी और चिकित्साधिकारी डॉ. चंदन मिश्रा के अनुसार अभी तक जनरल सर्जन से विहिन जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को हॉयर सेंटर रेफर किया जा रहा था। लेकिन अब जनरल सर्जन की तैनाती के बाद ऑपरेशन व अन्य दुर्घटनाओं में घायलों को रेफर की प्रक्रिया में एक हद तक कमी आयेगी। जिला अस्पताल की ओटी और शहर की जनता जिला अस्पताल में जनरल सर्जन की तैनाती की प्रतिक्षा में था। लेकिन अब जिला अस्पताल में जनरल सर्जन की तैनाती के बाद ओटी और शहर की जनता की प्रतिक्षा समाप्त हो चुकी है।
बताते चले कि जिला अस्पताल में तैनात जनरल सर्जन डॉ. उदय शंकर बलूनी किन्हीं कारणों के चलते मई 2022 में चले गये थे। तभी से जिला अस्पताल हरिद्वार में जनरल सर्जन की कमी बनी हुई थी। जिला अस्पताल की ओर से अस्पताल में जनरल सर्जन की तैनाती के लिए कई बार महानिदेशक स्वास्थ्य को पत्राचार किये गये। लेकिन उसके बाद भी जिला अस्पताल में जनरल सर्जन की तैनाती नही हो सकी। लेकिन यू कोट वी पे योजना के तहत हाल में ही जिला अस्पताल में फिजिशियन और जनरल सर्जन की नियुक्ति की गयी थी। लेकिन फिजिशियन द्वारा वेतन विसंगति के चलते उन्होंने ज्वानिंग नहीं की।
लेकिन जनरल सर्जन पद पर गुड़गांव से निजी क्षेत्र से जरनल सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ की नियुक्ति की गयी। जिनके द्वारा 22 सितम्बर को जिला अस्पताल पहुंचकर ज्वानिंग ले ली। जिला अस्पताल में जनरल सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ द्वारा अपनी सेवाए देनी शुरू कर दी है। बताया जा रहा हैं कि जनरल सर्जन द्वारा ज्वानिंग लेते ही दो ऑपरेशन किये जा चुके है। जिला अस्पताल में पिछले एक साल से अधिक समय से जनरल सर्जन की कमी के चलते शहर के लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी। जिनको अपना उपचार कराने के लिए निजी हॉस्पिटलों की ओर रूख करना पड़ रहा था। लेकिन जनरल सर्जन की जिला अस्पताल में तैनाती के बाद अब उनको निजी हॉस्पिटल की ओर दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
जिला अस्पताल पीएमएस डॉ. सीपी त्रिपाठी ने बताया कि पिछले से साल से अस्पताल में जनरल सर्जन की कमी थी। जनरल सर्जन की तैनाती को लेकर अस्पताल की ओर से कई पत्राचार महानिदेशक स्वास्थ्य से किये गये। इसी दौरान 31 जुलाई 23 को जिला अस्पताल से वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन के सेवानिवृत होने के बाद जिला अस्पताल में जनरल सर्जन के साथ-साथ फिजिशियन की कमी भी हो गयी। जिनको लेकर जिला अस्पताल की ओर से जनरल सर्जन और फिजिशियन की तैनाती के लिए पत्राचार किये गये। जिसके बाद हाल ही में यू कोट वी पे योजना के तहत अस्पताल में फिजिशियन और जनरल सर्जन की नियुक्ति की गयी। लेकिन अस्पताल से ही रिटायर्ड हुए वरिष्ठ फिजिशियन के तौर पर डॉ. संदीप टंडन की नियुक्ति हुई। लेकिन उनके द्वारा ज्वानिंग नहीं किया गया। लेकिन जनरल सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ ने ज्वानिंग कर अपना काम शुरू कर दिया है।
चिकित्साधिकारी डॉ. चंदन मिश्रा ने बताया कि जिला अस्तपाल में जनरल सर्जन डॉ. सुरेश वशिष्ठ की तैनाती के बाद अस्पताल में दुर्घटनाग्रस्त या फिर जनरल ऑपरेशन के मरीजों को हॉयर सेंटर रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा सकेगा। लेकिन फिजिशियन की कमी अभी भी बनी हुई हैं, जिसके सम्बंध में महानिदेशक स्वास्थ्य को पत्राचार किये गये है। सम्भवता अस्पताल में फिजिशियन की तैनाती भी जल्द हो सके। शहर की जनता को अस्पताल में तैनात जनरल सर्जन की सेवाओं का लाभ जरूर मिलेगा। मरीजों को अब जनरल सर्जन के लिए इधर से उधर नहीं भटकना पड़ेगा।