
बीमारी से परेशान होकर उठाया कदम, संत समाज में घटना को लेकर शौक
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। बीमारी से परेशान निंरजनी अखाडे के एक संत ने प्रयागराज में अपनी लाईसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर उड़ा लिया। घटना की जानकारी लगते ही संत समाज में शौक की लहर दौड गयी। सूचना पर अखाडा परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि सहित पुलिस के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंंचकर घटना की ली जानकारी। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत आशीष गिरी उम्र करीब 45 वर्ष ने अपनी लाईसेंसी रिवाल्वर से दारागंज स्थित अखाड़े के मुख्यालय में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना से संत समाज में शौक की लहर दौड़ गयी। और घटना की सूचना पर अखाडा परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि सहित अन्य संत महात्मा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। बताया जा रहा हैं कि आज सुबह ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने आशीष गिरी से फोन पर बात की थी और उनको नाश्ते के लिए मठ में बुलाया था। आशीष गिरी ने कहा था कि वह स्नान करने के बाद आ रहे हैं। कुछ देर बाद जब वह नहीं आए, तब मठ के लोग उनके आवास पर गए। दूसरी मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा खुला था। नीचे जमीन पर बिस्तर पर खून से लथपथ आशीष गिरी पडे थे और उनके हाथ में रिवाल्वर थी। अखाड़ा के संतों के मुताबिक श्रीमंहत आशीष गिरि लीवर की गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे, जिसको लेकर वह परेशान रहते थे। कय्यास लगाये जा रहे हैं कि श्रीमंहत आशीष गिरि ने अपनी बीमारी से परेशान होकर जान देने जैसा कदम उठाया। घटना को लेकर हरिद्वार में भी संत समाज में शौक की लहर दौड गयी। घटना की जानकारी पर पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। लेकिन अभी तक साफ नहीं हो पाया हैं कि वास्तव में श्रीमंहत ने बीमारी से तंग आकर आत्महत्या की या फिर अन्य कारणों से।