
कैथल से आया दुल्हा, खड़खड़ी से ले लगा अपनी दुल्हन
परिवार के लोगों के बीच सुक्ष्म रूप से हुआ विवाह सम्पन्न
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। लाॅकडाउन के दौरान हरिद्वार में सुक्ष्म कार्यक्रम से घर में ही दोनों ओर से करीब 15-20 लोगों की मौजूदगी में विवाह सम्पन्न हो गया। एक पिता ने प्रशासन से शादी की अनुमति लेकर घर में ही मण्डप सजाकर अपनी बेटी का कन्या दान कर विदा किया। विवाह समारोह में पडौस के लोग भी शामिल नहीं हो सके। पिता ने केवल अपने नजदीकी रिश्तेदारों सहित खास लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। गौरतलब हैं कि नई बस्ती खड़खडी हरिद्वार निवासी घनश्याम की बेटी का रिश्ता लाॅकडाउन से पूर्व ही कैथल में तय हुआ था। और शादी की तिथि भी निर्धारित थी, लेकिन एकाएक देश में कोरोना वायरस को लेकर लाॅकडाउन घोषित हो गया। जिसके चलते शादी की तिथि आगे टलती चली गयी। लेकिन लाॅकडाउन के बढते कार्यकाल को देखते हुए दोनों परिवारों ने विवाह को सुक्ष्म रूप से सम्पन्न कराने पर सहमति बनी। जिसके आधार पर पिता ने प्रशासन से बेटी के विवाह की अनुमति लेने के लिए पत्र दिया गया। जिसपर प्रशासन की ओर से विवाह समारोह में निर्धारित लोगों की संख्या और सोशल डिस्टेसिंग, मुंह पर मास्क, सैनेटाइजर का इस्तेमाल सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करने की शर्त पर अनुमति दी गयी। वहीं दुल्हा भी दो कारों में पांच लोगों के साथ दुल्हन को लेने हरिद्वार पहुंचा। कन्या पक्ष की ओर से उसके चाचा रामू के परिवार और दो-तीन परिवारिक मित्र ही शामिल हुए। कन्या पक्ष के लोगों ने घर पर ही सादगी के साथ कार्यक्रम करते हुए मण्डप सजा कर वर-कन्या ने मुंह पर मास्क लगाकर सात फेरे लिए और पिता ने अपनी बेटी को खुशी-खुशी विदा किया। इस विवाह समारोह इतना सुक्षम था कि पडौसी भी विवाह में शामिल नहीं हो सकें। लेकिन कन्या पक्ष ने विवाह सकुशल सम्पन्न हो जाने पर संतोष व्यक्त किया।