
सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने किया दोनों को गिरफ्रतार
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। स्कूटी चोरी की झूठी कहानी गढते हुए पुलिस को गुमराह करते हुए शिकायत करना दो युवकों को उस वक्त महंगा पड़ गया। जब पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की, तो मामला खुद शिकायत करने वाले युवकों द्वारा फोन लूट का सामने आया। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया और उनका मेडिकल कराते हुए उन्हे न्यायालय में पेश किया गया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया। कनखल प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि 1 मार्च को सचिन पुत्र मनीष कुमार निवासी पीठ पुलिया जगजीतपुर कनखल ने तहरीर देते हुए शिकायत की कि 28 फरवरी की देर रात को वह अपने मित्रा गौरव राठी पुत्र यशपाल राठी निवासी आशुतोष विहार जगजीतपुर कनखल के साथ सिड़कुल से स्कूटीे पर घर लौट रहे थे। इसी दौरान उन्होंने गुरूकुल तिराहे हाईवे पर स्कूटी को खडा कर दोनों बाथरूम करने लगे। इसी दौरान एक किशोर स्कूटी जिसमें चांबी लगी थी लेकर भाग गया। पुलिस ने तहरीर के आधर पर मामला दर्ज शुरू कर दी। इसी दौरान पुलिस को मालूम चला कि जिस स्कूटी चोरी का मामला कनखल में दर्ज है, वह स्कूटी तो पथरी थाने में खडी है। जब पुलिस पथरी थाने पहुंची और मामले की जानकारी ली गयी। पुलिस को पता चला कि स्कूटी को एक किशोर ने थाना पुलिस को सुपूर्द की है। जिसपर युवक ने चोरी का आरोप लगाया था। कनखल पुलिस ने किशोर से मिलकर मामले की जानकारी ली गयी। पूछताछ के दौेरान किशोर ने बताया कि वह 28 फरवरी को पैदल घर लौट रहा था इसी दौरान गुरूकुल तिराहे हाईवे पर नशे में घुत स्कूटी सवार दो युवक ने रोक लिया और उसका मोबाइल डरा धमका कर लूट लिया और उसकी तलाशी ली। लेकिन कुछ ओर न मिलने पर उसको पीटने के लिए आसपास डण्डा ढूंढने लगे। तब वह अपनी जान बचाने के लिए चांबी लगी स्कूटी लेकर भाग निकला और कंट्रॅाल रूम को सूचना दी। सूचना पुलिस उसके घर पहुंची और उसने स्कूटी उनके हवाले कर दिया। पुलिस ने जब शिकायत दर्ज कराने वाले युवकों से दोबारा पूछताछ की और उनको बताया कि सच्चाई उनको पता चल गयी है। तब युवकों ने झूठ से पर्दा उठा दिया और मोबाइल लूट की बात कहते हुए किशोर की बात को दोहरा दिया। पुलिस दोनों आरोपियों से किशोर से लूटा मोबाइल बरामद कर लिया। पुलिस ने उनके खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्रतार कर लिया।