
नगर आयुक्त को बुलानी पडी पुलिस, मेयर पति धरने पर बैठे
कुडेदानों के ढेर में डेंगू लार्वा पनपने से नाराज थे मेयर पति
नगर आयुक्त पर मेयर की अनदेखी करने का लगाया आरोप
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कुंभ मेले के दौरान लगाये गये करोडों की लागात के कूडेदानों को नगर निगम परिसर में कूडे के ढेर में तब्दील को लेकर जिनमें पानी भरने से उनमें डेंगू के लार्वा पनपने लगे है। जिसको लेकर बुधवार को मेयर पति कूडेदानों की स्थिति और सफाई व्यवस्था को लेकर नगर आयुक्त से मिले। जहां पर दोनों के बीच बातची के दौरान तीखी नोक झोक हो गयी। स्थिति इतनी बिगडी की नगर आयुक्त को पुलिस तक बुलानी पड़ी। जिससे नाराज मेयर पति अपने समर्थकों के साथ नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये।
मेयर पति अशोक शर्मा का आरोप है कि कूड़ेदान में डेंगू का लार्वा पैदा हो गया। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि मेयर की बात को भी नहीं सुनते हैं। वहीं नगर आयुक्त जयभारत सिंह का कहना था कि उन्होंने मेयर की ओर से आई फाइल पर हस्ताक्षर कर आगे की कार्रवाई के लिए भेजा गया है। यदि उनके कार्यालय में पहुंचकर उनके साथ गलत व्यवहार करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बताते चले कि कुंभ मेले के लिए करोड़ो खर्च कर मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कूडेदान लगवाये गये थे। लेकिन जैसे ही कुंभ मेला समाप्त हुआ तो लगाये गये कूडेदान खुद ब खुद कूडे के ढेर में तब्दील हो गये और उनको नगर निगम परिवार में लाकर कूडे के ढेर में ढेर कर दिया गया। जिसको लेकर कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर होकर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगा चुकी है। इसी कूूडेदानों के कूडे के ढेर में बरसात के दिनों में पानी भरने से उनमें डेंगू के लार्वा पनपने लगे है। जिसको लेकर मेयर पति अशोक शर्मा ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए जहां भ्रष्टाचार के आरोप मढते हुए नगर आयुक्त को घेरा है।
मेयर पति अशोक शर्मा अपने कुछ समर्थकों के साथ बुधवार को नगर निगम पहुंचे जहां कूडेदानों में बरसात का पानी भर जाने से उनमें डेंगू के लार्वा पनपते देखे तो उनका पारा चढ गया। मेयर पति अशोक शर्मा अपने समर्थकों के साथ नगर आयुक्त जयभारत सिंह के कार्यालय पहुंच गये। जहां पर दोनों के बीच बातचीज का दौर शुरू हुआ एकाएक मेयर पति उखड गये और नगर आयुक्त पर चिल्लाने लगे और उनपर मेयर की बात न सुनने का आरोप लगाते हुए कहा कि मेयर की ओर से बताए गए कार्य और उनकी फाइलों पर हस्ताक्षर भी नहीं किए जा रहे। इसको लेकर नगर आयुक्त ने बिंदुवार उन्हें फाइल बताने के लिए कहा जिस पर उनके हस्ताक्षर नहीं हुए।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हुई और तीखी नोकझोंक बदल गयी। इसी बीच मेयर पति के साथ पहुंचे समर्थक नारेबाजी करने लगे। जिसपर नगर अयुक्त ने रोकते हुए टोका कि कोविड नियमों का पालन करें। जिसके बाद दोनों के बीच विवाद इतना बढा कि नगर आयुक्त जयभारत सिंह को पुलिस बुलानी पड़ी। जिससे नाराज मेयर पति अपने समर्थकों के साथ नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये।
एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के निर्देश पर कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह मौके पर पहुंचे। जिन्होंने नगर आयुक्त से मामले की जानकारी लेने के बाद मेयर पति से भी लोकतंत्रिक तरीके से अपनी बात रखने की बात कही। पुलिस के जाते ही मेयर पति भी अपने समर्थकों के साथ शांत हुए।